समीर ने बदल ने दी मोबाईल फायनेंस की परिभाषा

कुछ साल पहले तक गोहलपुर और उससे लगे मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में मोबाईल फायनेंस करने से फायनेंस कंपनियां कतराती थीं। लेकिन आज मुस्लिम क्षेत्रों का नाम देखकर फायनेंस कंपनियां प्राथमिकता के साथ मोबाईल फायनेंस कर देती हैं। इस बदलाव की एक बुनियादी वजह गोहलपुर मंसूरा बाद मेन रोड पर स्थित समीर मोबाईल भी हैं।
गोहलपुर और उससे लगे मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में समीर मोबाईल ने अपनी मार्केटिंग, कस्टमर सर्विस और गारंटी वारंटी खत्म होने के बाद ग्राहक को सेवा देने की नीति की वजह से यहां के हजारों ग्राहको को दिल जीता है। एक घंटे से कम समय में मोबाईल फासनेंस, हर मोबाईल के साथ उपहार, मोबाईल लोन चुकाने में आखरी किश्त तक मार्गदर्शन आदि ऐसी चीजे हैं जो समीर मोबाईल को लोगों के दिलों में बैठातीं हैं।

समीर मोबाईल ने फायनेंस कंपनियों और इन क्षेत्रों के मेहनत कश लोगों के बीच एक पुल बनने का काम किया। कंपनियों को भरोसा दिलाया कि यहां भी लोन रिपेमेंट 100 प्रतिशत हो सकता है। वहीं लोगों को भरोसा दिया की आपको भी आसानी से फाइनेंस मिल सकता है।
रिपेयमेंट को लेकर जागरुकता फैलाई, साथ ही लोन क्लियर करने में अपने ग्राहकों का अंतिम किश्त तक साथ निभाया। बड़े पैमाने पर मोबाईल फायनेंस भी कराए और सब ग्राहकों के मोबाईल लोन क्लियर भी कराए। जिसके नतीजे में यहां के लोगों सिबिल सुधरने लगी। कुछ साल बाद आज यह क्षेत्र ब्लैक लिस्ट से ग्रीन लिस्ट में आ गया। आज फायनेंस इन क्षेत्रों में कंपनियां लाईन लगाए, खड़ी हैं।

समीर मोबाईल को ऊपरी तौर पर देखा जाए तो सिर्फ एक मोबाईल शॉप है। लेकिन इस शॉप ने प्रॉडक्ट फायनेंस के क्षेत्र में जिस तरह से काम किया है, वो काबिले तारीफ है। समीर मोबाईल ने इन क्षेत्रों के हर घर और घर के हर फर्द तक अत्याधुनिक मोबाईल पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है।

समीर मोबाईल ने बेहतरीन मार्केटिंग और आसान फायनेंस शर्तों की बदौलत क्षेत्र हर घर और घर के हर फर्द तक मोबाईल पहुंचाने में नुमाया किरदार अदा किया है। आज इन क्षेत्रों में जब कोई कहता है, भाई मोबाईल अर्जेंट खरीदना है, लेकिन पैसा नहीं है… तब लोग बिना सोचे कहते नजर आते हैं समीर मोबाईल चले जाओ ।

गौरतलब है कि एक समय था जब जबलपुर के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों को फायनेंस की सुविधा देने से फायनेंस कंपनियां कतराती थीं। बाईक कार जैसे बड़े लोन तो दूर, मोबाईल, टीवी फ्रीज़ जैसे छोटे फायनेंस लोन देने में भी वित्तीय कंपनियां मुस्लिम क्षेत्रों को ब्लैक लिस्ट रखती थीं। लेकिन आज जबलपुर के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों के लोग जब मोबाईल, टीवी फ्रीज़ आदि फायनेंस कराने के लिये अपलाई करते हैं तो 60 मिनट से कम समय में अप्रूवल आ जाता है।

अपने ग्राहक का नहीं छोड़ते साथ..
आमतौर पर देखा जाता है कि मोबाईल दुकानें मोबाईल फायनेंस कराने के बाद ग्राहकों से पल्ला झाड़ लेती है। जागरुकता और जानकारी की कमी की वजह से बहुत से लोग अपनी किश्त नहीं चुका पाते, जिसके चौतरफा नुकसान होता था। लेकिन समीर मोबाईल ने नई परम्परा शुरु की और मोबाईल बेचने से लेकर ग्राहक की आखरी किश्त क्लियर होने तक अपने कस्टमर का साथ निभाया। जिसकी वजह से इस दुकान ने जहां क्षेत्र में अपने पहचान बनाई। वहीं क्षेत्र में फायनेंस को लेकर जागरुकता फैलाने का भी काम किया। कहा जाता है समीर मोबाईल की बड़ी खूबी यह है कि वो अपने ग्राहक साथ वारंटी और गारंटी पीरियड खत्म होने के बाद भी नहीं छोड़ते है।
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