BhopalMadhya Pradesh

भोपाल में अतिथि शिक्षकों और पुलिस के बीच बवाल! लाठीचार्ज और विवादित बैनर ने बढ़ाई हंगामे की आग

भोपाल: राजधानी के आंबेडकर मैदान में बुधवार रात को उस समय विवाद खड़ा हो गया जब अतिथि शिक्षकों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। ये शिक्षकों का एक अनिश्चितकालीन धरना था, जो नियमितीकरण और अन्य मांगों को लेकर चल रहा था। मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने के लिए जब वे आगे बढ़े, तो पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए, जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई।

अंधेरे में हुआ लाठीचार्ज

अतिथि शिक्षकों का आरोप है कि बुधवार रात 8 बजे के बाद अचानक पार्क की लाइट्स बंद कर दी गईं, जिससे प्रदर्शनकारियों की पहचान करना मुश्किल हो गया। अंधेरे में पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिससे हालात और बिगड़ गए। यह घटना तब हुई जब प्रदर्शनकारी सड़क पर बैठकर धरना दे रहे थे।

विवादित बैनर ने बढ़ाई आग

इस विरोध प्रदर्शन के दौरान एक विवादित बैनर भी सामने आया, जिसमें पुलिस द्वारा गोली चलाने की चेतावनी दी गई थी। हालांकि बाद में पुलिस ने इस बैनर को हटा लिया, लेकिन तब तक स्थिति तनावपूर्ण हो चुकी थी।

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एफआईआर दर्ज, प्रदर्शन को बताया अवैध

भोपाल के टीटी नगर थाना प्रभारी सुनील भदौरिया ने बताया कि अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष केसी पवार, बीएम खान, मुकेश जोशी, संतोष और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन बिना अनुमति के किया गया था और इसके तहत भारतीय दंड संहिता की धारा 223 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

प्रदेशभर से पहुंचे थे अतिथि शिक्षक

गांधी जयंती के मौके पर प्रदेशभर के अतिथि शिक्षक आंबेडकर मैदान में जमा हुए थे। वे स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह के हालिया बयान का विरोध कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने नारेबाजी की और “कब्जा करने आए हैं और कब्जा करके जाएंगे” का बयान भी दिया।

पुलिस और शिक्षकों के बीच झड़प

प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने शिक्षकों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। जैसे ही प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री हाउस की ओर बढ़ने लगे, पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस और शिक्षकों के बीच झड़प और धक्कामुक्की हुई। रात के समय हुए लाठीचार्ज ने माहौल को और भी उग्र बना दिया।

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