GAZA Updates : गाज़ा का भयावह मानवीय संकट: 12% क्षेत्र में ठूंसे जा रहे 17 लाख से अधिक लोग

गाज़ा BNN। इज़राइल की लगातार बमबारी और जबरन विस्थापन की नीतियों के बीच गाज़ा में मानवीय संकट गहराता जा रहा है। गाज़ा की गवर्नमेंट मीडिया ऑफिस ने खुलासा किया है कि इज़राइली सेना 17 लाख से अधिक फ़िलिस्तीनियों को गाज़ा पट्टी के सिर्फ 12 प्रतिशत क्षेत्र में ठूंसने की कोशिश कर रही है।
सुरक्षित क्षेत्र का झांसा, लेकिन सुविधाओं का अभाव
इज़राइल ने रफ़ा और ख़ान यूनिस के पास अल-मवासी को “सेफ़ ज़ोन” घोषित किया है और उत्तरी गाज़ा के निवासियों को वहां जाने के आदेश दिए हैं। लेकिन गाज़ा मीडिया ऑफिस का कहना है कि यह इलाका न अस्पतालों से लैस है, न पानी, बिजली, शिक्षा या भोजन की बुनियादी सुविधाएं हैं।
“यहां रहना लगभग असंभव है। इज़राइल 1.7 मिलियन लोगों को सीमित और बुनियादी ढांचे से वंचित इस छोटे से हिस्से में कैद करने की योजना बना रहा है, जो वास्तव में ‘कंसंट्रेशन कैंप’ जैसी स्थिति है,” ऑफिस ने बयान में कहा।
उत्तर गाज़ा से जबरन पलायन
गाज़ा सिटी और उसके उत्तरी कस्बों में करीब 13 लाख लोग रहते हैं। अब तक लगभग 1.9 लाख लोग दक्षिण की ओर गए, लेकिन 15,000 लोग बदतर हालात देखकर फिर लौट आए। इज़राइली सेना ने जिन क्षेत्रों को “सुरक्षित” बताया था, वहां भी हमले जारी हैं, जिससे लोगों का पलायन और पीड़ा बढ़ रही है।
युद्ध अपराध के आरोप
स्थानीय अधिकारियों ने इज़राइल पर युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ़ अपराध करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि यह सब एक “सिस्टमैटिक पॉलिसी” के तहत किया जा रहा है, ताकि उत्तरी गाज़ा को पूरी तरह खाली कराया जा सके।
गाज़ा सिटी पर भीषण हमला
इज़राइली सेना ने गाज़ा सिटी के तेल अल-हवा, शाती और रेमाल इलाकों में हमले तेज़ कर दिए हैं। दर्जनों रिहायशी इमारतें, स्कूल और शरण स्थल ध्वस्त कर दिए गए हैं।
गाज़ा सिविल डिफ़ेंस के प्रवक्ता महमूद बसाल ने कहा, “गाज़ा पर गिरने वाले सिर्फ़ मिसाइल नहीं, बल्कि आग के गोले और ज्वालामुखी लावा जैसे विध्वंसकारी हथियार हैं, जो ज़मीन और उस पर मौजूद हर चीज़ को जला रहे हैं।”
अंतरराष्ट्रीय चिंता
इसी बीच, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के स्वतंत्र विशेषज्ञों ने रिपोर्ट दी है कि इज़राइल गाज़ा में “नरसंहार” कर रहा है। बावजूद इसके, मंगलवार को इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने “गिडिऑन’स चारियट्स 2” नाम से नया सैन्य अभियान शुरू करने की पुष्टि की।