Special Report: गाज़ा प्लान का दूसरा फेज़। खतरे में सीज़फ़ायर। हमास और इज़राइल फिर आमने-सामने

BNN, यरुशलम/गाज़ा/वॉशिंगटन। गाज़ा पर इज़राइली हमलों के जारी रहने और युद्धविराम के नाज़ुक माहौल के बीच हमास, इज़रायल और अमेरिका—तीनों एक ऐसे प्रस्तावित “गाज़ा स्टेबिलाइज़ेशन प्लान” के दूसरे फेज़ की ओर बढ़ रहे हैं, जिस पर सहमति कम और विवाद ज्यादा है।
हमास के वरिष्ठ नेता बासम नईम ने रविवार को स्पष्ट किया कि अमेरिका द्वारा तैयार किए गए ड्राफ़्ट में “बहुत सारी सफाई” की ज़रूरत है और कई बिंदुओं पर गंभीर आपत्ति है।
हमास: हथियार ‘फ्रीज़ या स्टोर’ करने पर बातचीत संभव, पर इंटरनेशनल फोर्स को निरस्त्रीकरण का अधिकार नहीं
नईम ने कहा:
- हमास युद्धविराम के दौरान अपने हथियारों को “फ्रीज़ या स्टोर” करने पर बात कर सकता है।
- लेकिन किसी भी इंटरनेशनल फोर्स को गाज़ा में डिसआर्मामेंट का अधिकार देना स्वीकार नहीं किया जा सकता।
- गाज़ा की सीमाओं के पास केवल UN फोर्स तैनात हो सकती है, वह भी सिर्फ निगरानी, सीज़फ़ायर लागू करवाने और तनाव कम करने के लिए।
- “UN फोर्स को फिलिस्तीनी इलाके पर किसी भी तरह का म mandate नहीं मिलना चाहिए।”
नईम की यह टिप्पणी उस समय आई जब इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ऐलान किया कि वे महीने के अंत में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से इस प्लान के अगले चरण पर बातचीत करेंगे।

इज़राइल: ‘हमास का राज खत्म होगा, गाज़ा को डीमिलिटराइज़ करना अनिवार्य’
जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेतन्याहू ने कहा:
- “दूसरा फेज कम मुश्किल नहीं है—वह है हमास का डिसआर्मामेंट और गाज़ा का डीमिलिटराइज़ेशन।”
- इज़राइल चाहता है कि हमास पूरी तरह हथियार डाल दे और गाज़ा में उसकी शासन-व्यवस्था का अंत हो।
यह स्पष्ट नहीं है कि हमास का “हथियार फ्रीज़ या स्टोर” करने का प्रस्ताव इज़राइल की मांगों को कितनी हद तक पूरा करेगा।
हमास: “विरोध का अधिकार कायम रहेगा” – डिसआर्मामेंट सिर्फ बड़े पॉलिटिकल सेटलमेंट का हिस्सा बन सकता है

बासम नईम ने दोहराया कि—
- हमास विरोध का अधिकार नहीं छोड़ेगा।
- डिसआर्मामेंट किसी व्यापक राजनीतिक प्रक्रिया की ही भाग होगा जिसमें
- फिलिस्तीनी राज्य का निर्माण
- और 5–10 साल का दीर्घकालिक ट्रूस
शामिल हो सकते हैं।
अमेरिकी ड्राफ़्ट फिलिस्तीनी राज्य की संभावना खुली छोड़ता है। यह वही विचार है जिसे नेतन्याहू बार-बार खारिज करते आए हैं।
तुर्की: इंटरनेशनल फोर्स का काम हमास को हथियार देना रोकना नहीं—बल्कि दोनों पक्षों को अलग रखना होना चाहिए

तुर्की के विदेश मंत्री हकान फिदान ने कहा कि—
- प्रस्तावित इंटरनेशनल स्टेबिलाइज़ेशन फोर्स (ISF) को
- हमास को हथियार मिलने से रोकने पर नहीं,
- बल्कि हमास और इज़राइली सैनिकों को अलग रखने पर ध्यान देना चाहिए।
क़तर और मिस्र भी गाज़ा में ISF की तेज़ तैनाती की मांग कर रहे हैं।
जमीन पर हालात: गाज़ा पर हमले जारी, सीज़फ़ायर ‘नाज़ुक पल’ में
सीज़फ़ायर लागू होने के 50 दिनों से अधिक समय बीत जाने के बावजूद हमले और उल्लंघन लगातार जारी हैं।
30 नवंबर तक, फिलिस्तीनी अथॉरिटी ने इज़राइल द्वारा 591 उल्लंघनों की गिनती की है।

इन उल्लंघनों में शामिल—
- 164 बार आम लोगों, घरों और रिहायशी इलाकों पर सीधी गोलीबारी
- 25 बार इज़राइली सैन्य वाहनों की रिहायशी और खेती वाले इलाकों में घुसपैठ
- 280 बार जमीन, हवा और आर्टिलरी से बमबारी
- 118 बार घरों और महत्वपूर्ण इमारतों को गिराना
इन हमलों में—
- 357 फिलिस्तीनी मारे गए
- 903 घायल हुए
फिलिस्तीनी अथॉरिटी ने इसे सिस्टमैटिक क्राइम, सामूहिक सज़ा और जिनेवा कन्वेंशन का “गंभीर उल्लंघन” बताया है।
सीज़फ़ायर पर खतरा और भविष्य का अनिश्चित रास्ता
जहाँ एक तरफ युद्धविराम टूटने की आशंकाएँ बढ़ रही हैं, वहीं अमेरिका के ड्राफ़्ट प्लान के दूसरे फेज़—
- इंटरनेशनल फोर्स की भूमिका,
- हमास की डिसआर्मामेंट,
- और गाज़ा प्रशासन के भविष्य—
पर गहरा मतभेद बना हुआ है।
हमास, इज़राइल और अमेरिका—तीनों प्लान पर आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन विश्वास की कमी, शर्तों में टकराव और जमीन पर जारी हिंसा यह संकेत देती है कि अगला चरण कहीं ज्यादा जटिल और विवादित होने वाला है।



