
जबलपुर. नगर निगम में 70 से 80 लाख रुपये की मशीनों को मोटा कमीशन खाकर 3-3 करोड़ में खरीदा गया. यह पूरा भ्रष्टाचार महापौर के संरक्षण में अंजाम दिया गया. यह आरोप नगर निगम नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा ने शुक्रवार को आयोजित पत्रकारवार्ता में लगाए. उन्होंने कहा नगर निगम में लूट और भ्रष्टाचार की सभी सीमाएं पार हो चुकी हैं. विपक्ष अपनी जिम्मेदारी निभाएगा. हम सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन की शुरुआत करेंगे. कांग्रेस पार्षद दल नगर सत्ता के खिलाफ वार्ड एवं विधानसभा स्तर पर मटका यात्रा निकालेगी साथ ही विरोध प्रदर्शन भी करेगी|
पत्रकारवार्ता के दौरान उपनेता प्रतिपक्ष शगुफ्ता उस्मानी, सचेतक आयोध्या तिवारी, वरिष्ठ पार्षद वकील अंसारी एवं अख्तर अंसारी, पार्षद गुलाम हुसैन, पार्षद शफीक हीरा, राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि सैय्यद ताहिर अली आदि उपस्थित रहे

65 लाख की मशीन 3 करोड़ में …
नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा ने नगर निगम पर वित्तीय अनियमितता के गंभीर आरोप लगाए| उन्होंने कहा नगर निगम द्वारा हाल ही में खरीदी गई 6.5 क्यूबिक मीटर हॉपर और 18 टन क्षमता वाली तीन ट्रक माउंटेड स्वीपर क्लीनिंग मशीनों की खरीद में भारी गड़बड़ी की गई है| कांग्रेस पार्षद दल का कहना है कि जिन मशीनों की कीमत 65 से 75 लाख के बीच होनी चाहिए थी, उन्हें 3-3 करोड़ रुपये में खरीदा गया। निविदा की शर्तों को इस तरह से तैयार किया गया कि टेंडर उन्हीं कंपनियों को मिले, जिनसे मोटे कमीशन की डील हुई थी।
ऐसे नियम बनाए जिससे अपात्र पात्र हो गये..
उपनेता प्रतिपक्ष शुगुफ्ता उस्मानी ने कहा, “नगर निगम ने 6.5 क्यूबिक मीटर हॉपर और 18 टन क्षमता वाली तीन ट्रक माउंटेड स्वीपर क्लीनिंग मशीनों की खरीदी की है, जिनकी कुल कीमत लगभग 9 करोड़ रुपये है, जो इन मशीनों की वास्तविक कीमत से 10 गुना ज्यादा है। नगर निगम ने निविदा की शर्तों को इस तरह से तकनीकी जटिलताओं में उलझा दिया, जिससे अधिकांश कंपनियां पहले ही बाहर हो गईं। फिर उस कंपनी को टेंडर दिया गया, जिसने मोटा कमीशन दिया। इस कारण नगर निगम को निम्न गुणवत्ता वाली महंगी मशीनें बेचीं गईं और करोड़ों की अनियमितता की गई है|
कांग्रेस पार्षद दल ने इस पूरे भ्रष्टाचार के लिये महापौर को दोषी ठहराया और उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई|