जबलपुरः मदीना मस्जिद क्षेत्र में रहने वाले मोहम्मद समीर की दर्दनाक मौत से पूरा मुस्लिम समाज गमगीन

जबलपुर। मदीना मस्जिद पीछे रहने वाले गुलाम नबी साहब का 17 साल का एकलौता बेटा मो समीर जुमे के दिन दर्दनाक सड़क हादसे का शिकार हो गया। जिसे शनिवार को नम आंखों से सुपुर्दे खाक किया गया।
मेहनती, फरमाबरदार, नेक, मासूम नौजवान ‘समीर’ की दर्दनाक मौत के बारे में जिसने भी सुना गमगीन हो गया। समीर की दर्दनाक मौत रविवार को भी मुस्लिम समाज में चर्चा का सबब रही। सब समीर की मगफिरत और परिवार के लिये सब्र की दुआ करते नजर आए।
बताया जाता है हादसा उस वक्त हुआ जब समीर दुकान की चाय लेने के लिये जा रहा था, तब सामने से आती एक बाईक ने उसकी बाइक को सीढ़ी टक्कर मार दी। जिससे समीर की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं एक अन्य गंभीर रूप से घायल बताया जा रहा है। इस दर्दनाक हादसे से मुस्लिम बाहुल्य में शोक की लहर है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मदीना मस्जिद क्षेत्र में रहने वाले गुलाम नबी साहब का 17 वर्षीय बेटा मोहम्मद समीर मालगुजार परिसर में मैकेनिक का काम करता था। वो शनिवार दोपहर दुकान के लिये चाय लेने बाइक पर निकला, तभी सामने आ रही एक बाईक के साथ उसकी सीधी टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी समीर उछल कर दूर जा गिरा। जहां राहगीरों ने उसे किनारे बैठाया और एम्बुलेंस को काल किया गया। लेकिन तबतक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने मर्ग कायम, शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। शनिवार को समीर को नम आंखों के साथ सुपुर्द खाक कर दिया। वहीं घटना में दूसरे घायल की हालत गंभीर बताई जा रही है।

बेमिसाल बेटा समीर
समीर घर का एकलौता बेटा था। वालिद भी मैकेनिक का काम करते हैं। घर की माली हालत को सुधारने की जिम्मेदारी समीर ने उठाई और कम उम्र से ही मेहनत करने लगा। अच्छी किरदार, अच्छे अख्लाक का मालिक समीर हर लिहाज से एक आदर्श नौजवान था। जिसकी कमी कभी भरी नहीं जा सकेगी।
Aajkal ke nojawan bike sahi dhang se nhi chalate
Sabhi se guzarish hai apni gaadia aaram se chalaye or is tarah ke hadso se bache