इजरायल का धोखा: गाजा में ‘फिर शुरु हुई जंग’, 254 शहीद, जवाबी तैयारी में जुटा हमास

लगभग दो महीने तक चली नाजुक सीजफायर के बाद, मंगलवार सुबह इजरायल ने गाजा पर फिर से हमले शुरू कर दिए हैं। मंगलवार को गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि भारी हवाई हमलों में 254 लोग शहीद हो गए और 440 से ज्यादा घायल हुए हैं, जिनमें कई की हालत गंभीर है। इसके चलते इलाके में आपातकाल घोषित कर दिया गया है।
इससे पहले, गाजा के सरकारी मीडिया ऑफिस ने कहा कि पांच घंटे के भीतर 322 से ज्यादा लोग मारे गए या लापता हो गए, और दर्जनों घायल हुए। अल मयादीन के संवाददाता के मुताबिक, इजरायल ने गाजा के कई शहरों पर नए हवाई हमले किए, खासकर पूर्वी गाजा पर जोरदार हमला हुआ।

इजरायली लड़ाकू विमानों ने दक्षिणी गाजा के राफा में घरों और नुसेरात शरणार्थी शिविर के उत्तर-पूर्व में बमबारी की। साथ ही, इजरायली तोपों ने खान यूनिस के पूर्व में अल-फुखारी कस्बे पर गोले दागे। संवाददाता ने बताया कि गाजा की सड़कें सुनसान हैं, लोग डर के मारे घरों में छिपे हैं, और आसमान में इजरायली विमान गूंज रहे हैं।
फिलिस्तीनी मीडिया के अनुसार, गाजा शहर पर हुए एक इजरायली हमले में वहां के उप गृह मंत्री मेजर जनरल महमूद अबू वत्फा शहीद हो गए। इजरायली सेना ने गाजा के कई इलाकों में लोगों को जगह खाली करने के आदेश भी दिए हैं।
हमास ने कहा कि वह मौजूदा हालात को लेकर मध्यस्थों से बात कर रहा है और गाजा में सीजफायर को लागू करने के लिए तैयार है। लेकिन मीडिया ऑफिस का कहना है कि इजरायल सीजफायर समझौते को तोड़ रहा है और नागरिकों के खिलाफ नरसंहार जारी रखे हुए है, जो अंतरराष्ट्रीय नियमों की खुली अवहेलना है।
ऑफिस ने बताया कि ये क्रूर हमले एक भयानक घेराबंदी के बीच हो रहे हैं। सभी बॉर्डर क्रॉसिंग बंद हैं, जिससे गाजा के 24 लाख से ज्यादा लोग भोजन, दवा, पानी, बच्चों के दूध और जरूरी सामानों से वंचित हो गए हैं। इजरायली मीडिया के मुताबिक, राफा बॉर्डर क्रॉसिंग भी बंद कर दी गई है।
खराब सुरक्षा हालात और परिवहन के ठप होने से बड़ी संख्या में शहीदों को अस्पताल पहुंचाने में दिक्कत हो रही है। ऑफिस ने कहा कि ज्यादातर शहीद और लापता लोग महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग हैं। इसे लोगों, जमीन और इतिहास के खिलाफ नरसंहार बताया जा रहा है।
ऑफिस का कहना है कि ये ताजा हमले दिखाते हैं कि इजरायल सिर्फ मारने, नष्ट करने और नरसंहार की भाषा समझता है, और बिना किसी नैतिक या कानूनी रोक-टोक के मासूमों का खून बहा रहा है।