
तालीम का बाजार लगाकर, बच्चों के बेहतर मुस्तकबिल की लालच देकर, मां बाप को कंगाल बनाने के खेल के खिलाफ जबलपुर के इतिहास में पहली बार ईमानदार कार्यवाही देखने को मिली है।
काईस्ट चर्च स्कूल से लेकर अलायसियस और स्टेमफील्ड, ज्ञानगंगा इंटरनेशनल तक दर्जनों स्कूलों के संचालक, मैनेजर, प्रिंसपल आदि पर गैरजमानती धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। 80 बड़े लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है, जिनमें 20 को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाकी फरार हो गये हैं जिन्हें पुलिस ढूंढ रही है
सोमवार सुबह 05 बजे शुरु हुये इस एक्शन के बाद जिले के छोटे से छोटे और बड़े से बड़े स्कूलों में हड़कंप की स्थिति बन गई।

कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया जिनपर कार्यवाही हुई है, उनपर नियम विरुध्द फीस बढ़ाने, कमीशन खोरी कर महंगी किताब बेचने से लेकर अलग अलग तरह से परिजनों से वसूली करने के आरोप सिध्द हुये हैं। जिला प्रशासन ने साफ किया है अवैध तरीके से वसूला एक एक पैसा वापस किये बिना, यह कारवाही से बच नहीं पाएंगे।
इस मामलें में 11 निजी स्कूलों पर एफआईआर दर्ज कराई गई हैं। वहीं 20 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया हैं। 60 से अधिक लोगों की तलाश की जा रही हैं।
जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना और पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने कलेक्ट्रेट के सभागार में पत्रकारों से औपचारिक चर्चा करते हुए बताया कि स्कूलों द्वारा बढ़ाई गई मनमानी फीस को वापस जिला समिति द्वारा तय किया गया। वहीं 11 स्कूलों के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया। शहर के 9 थाना क्षेत्रों के 11 स्कूलों के कर्ता धर्ता सहित पुस्तक विक्रेता भी इसमें शामिल हैं। कलेक्टर ने बताया कि वर्ष 2018 से अब तक करीब 240 करोड़ रुपए वसूल चुके हैं। इन स्कूलों के खिलाफ धारा 420, 409, 468, 471, व 120 बी के तहत अपराध दर्ज किए गए है।
40 दिन पहले शुरू हुआ था एक्शन
गौरतलब है कि जबलपुर में कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने बताया कि बीते दिनों निजी स्कूलों के खिलाफ एक मुहिम चलाई थी जिसके तहत निजी स्कूल ऑन के खिलाफ आम जनता से शिकायतें बुलवाई थी। फीस पुस्तक और ड्रेस के मामले में साठगांठ पर आम लोगों ने जिला प्रशासन को शिकायतें की थी। इसमें लगभग 250 शिकायतें हैं आम लोगों की तरफ से जिला प्रशासन को मिली थी इसमें जबलपुर के 75 स्कूलों के खिलाफ जांच शुरू की गई थी।
नियम विरुद्ध बढ़ा दी थी फीस……………….
पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने बताया इन स्कूलों पर आरोप लगाया गया था कि इन्होंने नियम विरुद्ध तरीके से स्कूलों की फीस बढ़ा दी थी मध्य प्रदेश मैं 2017 में निजी स्कूलों के संचालन के लिए एक अधिनियम पारित किया गया था इसके तहत कोई भी स्कूल बिना सुविधा बढ़ाये 10 प्रतिशत तक से ज्यादा फीस नहीं बढ़ाई जा सकती वहीं दूसरी तरफ इससे अधिक फीस बढ़ाने पर जिला प्रशासन की अनुमति की जरूरत होती है। इस मामले में जिला प्रशासन ने जांच की और जबलपुर के इन स्कूलों ने बिना नियम के अपनी फीस में बढ़ोतरी कर दी़ जबलपुर जिला प्रशासन ने क्राइम ब्रांच की मदद लेकर जबलपुर के इन स्कूलों के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा 420 और आईएसबीएन नंबर के कानून का उल्लंघन करने के आप में धारा 471 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इन स्कूलों पर गिरी गाज…
क्राइस्ट चर्च सालीवाड़ा, ज्ञान गंगा ऑर्किड स्कूल, स्टेमफील्ड इंटरनेशनल स्कूल, लिटिल वार्ड स्कूल, चेतन्य स्कूल, सेंट अलयसियस स्कूल सालीवाड़ा, सेट अलोसियायस पोलीपाथर, सेट अलोसियस सदर, क्राइस्टचर्च आईसीएस घमापुर,चेतन्य टेक्नो स्कूल, क्राइस्ट चर्च बॉय स्कूल।
इन पर एफआईआर दर्ज ……………
जिनपर एफआईआर हुई है उनमें अजय उमेश कुमार जैन, चेयरमैन क्राइस्टचर्च स्कूल, नीलेश सिंह, मैनेजर, क्राइस्ट चर्च स्कूल कोएड सालीवाड़ा, सितिज जैकब, क्राइस्ट चर्च स्कूल सालीवाड़ा, आलोक इंदुरख्या, न्यू राधिका बुक पैलेस विजय नगर, राम इंदुरख्या, प्रो. न्यू राधिका बुक विजय नगर, मनमीत कोहली, प्राचार्य स्टेमफील्ड इं. नेशनल, शाजी थामस, प्राचार्य क्राइस्ट चर्च बॉयस एंड गर्ल आइएसई, श्रीमती एल एम साठे, मैनेजर, क्राइस्ट चर्च, सूर्य प्रकाश वर्मा, चिल्ड्रन बुक हाउस नौदार ब्रिज, शशांक श्रीवास्तव, चिल्ड्रन बुक नौदरा ब्रिज, सीएस विश्वकर्मा, श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल धनवंतरी नगर, सोमा गार्गे, सेंट एलायसियस स्कूल, पोलीपाथर, भर्तेश भारिल्य, ज्ञान गंगा इंटरनेशनल स्कूल, दीपाली तिवारी, ज्ञान गंगा इंटरनेलशन स्कूल, चित्रांगी अय्यर, सीईओ लिटिल वर्ल्ड स्कूल, सुबोध नेमा, मैनेजर लिटिल वर्ल्ड स्कूल, परिधी भार्गव, प्राचार्य लिटिल वर्ल्ड स्कूल, अतुल अनुपम इब्राहिम, सदस्य क्राइस्ट चर्च सी. सेंकेंड्री, एकता पीटर, सदस्य क्राइस्ट बॉयस सी. सेंकेंड्री, ललित सालोमन, मैनेजर, क्राइस्ट चर्च डायसन स्कूल शामिल हैं।
डेढ महीने पहले शुरु हुई थी कार्यवाही……
गौरतलब है कि डेढ़ महीने से कलेक्टर द्वारा सख्त रुख दिखाते हुए प्राइवेट स्कूल वालों पर किताब-कॉपी- यूनीफॉर्म सहित मोटी फीस वसूली पर प्रशासन कार्यवाही कर रहा है। जिसके लिये कलेक्टर ने बाकायदा जांच कमेटी बना कर खुले में सबके सामने स्कूल संचालकों और अभिभावकों तथा बच्चों तक का पक्ष सुना है। पुस्तक विक्रेताओं और स्कूल संचालकों की सांठगांठ और मनमानी साबित हुई।इसके चलते कलेक्टर के निर्देश पर एसपी आदित्य प्रतापसिंह के मार्गदर्शन में स्कूल संचालकों के विरुद्ध प्रकरण कायम कर लिए गए हैं। इससे शहर के प्राइवेट स्कूल संचालकों में हड़कम्प की स्थिति है।