प्रयागराज महाकुंभ : मुसलमानों ने मदद के लिए बढ़ाया हाथ, भगदड़ के बाद हिंदु श्रध्दालुओं के लिए खोलीं मस्जिदें, जरुरतमंदो को कराया भोजन, कंबल बांटे, दवाओं का किया इंतजाम….

प्रयागराज महाकुंभ मे मची भगदड़ के बाद का मंजर काफी भयावह था जिसे शायद ही कोई दुबारा कभी याद भी करना चाहें। भगदड़ की घटना इतनी भयावह थी की जिस किसी ने भी इस हादसे को देखा या सुना उसकी रुह कांप उठी। लेकिन भगदड़ के बाद प्रयागराज महाकुंभ मे हिंदु-मुस्लिम एकता का जो नजारा देखने को मिला वो नफरत के दौर मे भी मोहब्बत का पैगाम देना वाला था।
दरअसल महाकुंभ मे मची भगदड़ के बाद अव्यव्थाओं का अंबार सा लग गया था। देर रात मची भगदड़ में लोगो का सामान,कपड़े, बिस्तर, कंबल सब खो गया ऐसे में दूर दूर से प्रयागराज महाकुंभ मे आए श्रध्दालुओं के लिए सर्दी के मौसम में ठंडी हवाओं के बीच खुले आसमान मे रात गुजारना काफी मुश्किल हो गया। पर ऐसे बुरे वक्त में प्रयागराज के मुसलमानों ने महाकुंभ मे आए श्रध्दालुओं के लिए अपने घरों के दरवाजे खोल दिए और उनकी हर संभव मदद की। प्रयागराज के मुसलमानों ने न केवल इन श्रध्दालुओं के लिए सोने की व्यवस्था की बल्कि इनके लिए खाने से लेकर कंबल तक की व्यवस्था मुस्लिम भाईयों की तरफ से की गई। हिंन्दु-मुस्लिम एकता का ये नजारा देखते ही बन रहा था।

जहां एक ओर महाकुंभ मे बाहर से आए श्रध्दालुओं के लिए मुस्लिम भाईयो ने विशेष लंगर आयोजित किया तो वही दूसरी ओर इनके सोने के लिए मस्जिदों, दरगाहो, मदरसों, तक के दरवाजे खोल दिए गए साथ ही श्रध्दालुओं के रहने व सोने की व्यवस्था की गई व ठंड को देखते हुए इनके लिए गरम कंबल तक का इंतेजाम किया गया । एक अखबार के मुताबिक मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रात में करीब 2500 से अधिक लोगो को गरम कंबल मुहैया कराने का काम किया है वही भगदड़ के दौरान काफी लोग घायल हुए तो कईयों की तबियत भी बिगड़ गई इन सबके उपचार के लिए इलाके के मुसलमानों ने काफी मदद की जहां जरुरतमंदो तक दवा व भोजन की मदद पहुंचाई गई।

बीते दिनो महाकुंभ मे मुस्लिमों की एन्ट्री बैन करने, कुंभ मेले मे मुसलमानों को दुकाने न लगाने देने जैसी मांगे उठी थी पर उसके बाद भी मुसलमानों की तरफ से इस तरह की मदद का ये सारा मंजर देख हिंदु श्रध्दालु भी हैरान रह गए। मुस्लिम समुदाय के लोगो ने श्रध्दालुओं की मदद करके नफरत फैलाने वालो के मुहं पर मोहब्बत का तमांचा जड़ कर एकता व सौहार्द की शानदार मिसाल पेश की है। फिलहाल अभी भी इलाके के मुस्लिम समुदाय के लोग महाकुंभ में आए श्रध्दालुओं की मदद मे लगे हुए है। सेवा कार्य मे जुटे इन मुसलमानों का कहना है की महाकुंभ मे पधारें हिंदु श्रध्दालु हमारें भाई है एंव जब तक महाकुंभ चलेगा और हमारी जरुरत होगी हम तब तक महाकुंभ में आ रहे श्रध्दालुओं की मदद में जुटे रहेंगे। वही महाकुंभ मे आए हिंदु श्रध्दालुओं ने भी मदद कर रहे लोगो का शुक्रिया अदा किया व इसे देश की वास्तिवक गंगा जमनी तहजीब का नमूना बताया।