कांग्रेस पार्षदों ने कहा, ‘महामारी के दहाने पर शहर, सड़क सफाई लापता, भ्रष्टाचार में डूबे निगम के जिम्मेदार’
बैठक में सभी संभागों को घेरने की बनी रणनीति

शहर में व्याप्त जन समस्याओं को लेकर कांग्रेस पार्षद दल की अहम बैठक नेता प्रतिपक्ष अमरीष मिश्रा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें सर्वसम्मति से संभागीय कार्यालयों के घेराव की रणनीति बनी। बैठक में तय हुआ कि कांग्रेस पार्षद दल नगर निगम के सभी जोन कार्यालय का घेराव करेगा। 21 अगस्त को सम्भाग क्रमांक 2 का घेराव होगा। 22 अगस्त को धारा 30 की बैठक को लेकर सम्भाग आयुक्त से मुलाकात कर धारा 30 की बैठक की मांग की जाएगी। जिसके बाद 23 अगस्त को सम्भाग क्रमांक 12 का घेराव किया जाएगा।
इस बैठक में मुख्य रूप से नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा, उप नेता प्रतिपक्ष शगुफ्ता उस्मानी गुड्डु नबी, सचेतक अयोध्या तिवारी, पार्षद अख्तर अंसारी, पार्षद संतोष दुबे (पंडा), पार्षद श्रीमती अरुणा संजय साहू, पार्षद गुड्डू तामसेतवर, पार्षद अनुपम जैन, पार्षद हर्षित यादव, पार्षद राकेश पांडे, पार्षद प्रमोद पटेल, पार्षद मोहम्मद शफीक हीरा, पार्षद कलीम खान, पार्षद मुकीमा अंसारी, पार्षद श्रीमति एकता राहुल गुप्ता, पार्षद श्रीमती तुलसा लखन प्रजापति एवं विधायक प्रतिनिधि संजय अहिरवार उपस्थित थे।

महामारी के दरवाजे पर शहरः नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष अमरीष मिश्रा ने कहा, भ्रष्टाचार के चलते जलप्लावन हुआ। आज उस जलप्लावन के कारण शहर में डेंगू चिकनगुनिया मलेरिया स्वाइन फ्लू बीमारी फैल रही है। सफाई व्यवस्था के नाम अरबों रुपये खर्च हो रहे हैं, लेकिन जमीन पर सफाई नहीं है। आज शहर बीमारी और महामारी के दरवाजे पर खड़ा है। ऐसी एक दो नहीं एक दर्जन गंभीर समस्याएं हैं। जिनके हल के लिये नगर निगम सदन में चर्चा जरूरी है। लेकिन महापौर और सत्ता पक्ष धारा 30 की बैठक नहीं बुला रहे है। जिसके चलते अब कांग्रेस पार्षद सड़क पर आंदोलन करेंगे। तब तक आंदोलन करेंगे जबतक शहर में व्याप्त समस्याएं हल नहीं हो जाती हैं।
जनहित के लिये सड़क पर आएंगेः अख्तर अंसारी
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पार्षद अख्तर अंसारी ने कहा, शहर की ख़स्ताहाल सडकों की दयनीय स्थिति, डोर टू डोर कचरा कलेक्शन व्यवस्था में पर्याप्त साधनों की कमी शहर में डेंगू चिकनगुनिया मलेरिया स्वाइन फ्लू फैल रहा है, विकास कार्यों में व्याप्त भ्रष्टाचार आदि विषयों पर नगर निगम में बात और समाधान की आवश्यकता है। लेकिन महापौर और सत्ता पक्ष सदन की बैठक ही नहीं बुलाना चाहते। जिसके चलते हैं अब कांग्रेस सड़क पर जनहित की लड़ाई लड़ेगा।