
घमापुर के लालमाटी इलाके में बीती रात एक मजदूर के घर में भीषण आग लग गई, जिससे उसकी जिंदगी पूरी तरह से बदल गई। आग इतनी भयंकर थी कि घर में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया, और अब मजदूर के पास न तो सोने के लिए बिस्तर बचा है, न ही खाने के लिए कोई अन्न। इस हादसे ने मजदूर राजेश कुमार के जीवन को संकट में डाल दिया है।
राजेश कुमार, जो इस घर में अकेले रहते हैं, ने घटना के बारे में बताया कि वह रोज की तरह रात करीब 8 बजे भोजन करने के बाद घर का ताला बंद कर मोहल्ले में घूमने चले गए थे। लेकिन जब वे एक दुकान पर बैठे थे, तभी मोहल्ले का एक लड़का दौड़ते हुए उनके पास आया और बताया कि उनके घर में आग लग गई है। यह सुनते ही राजेश कुमार तुरंत अपने घर की ओर दौड़े और जैसे ही वह वहां पहुंचे, उन्होंने देखा कि उनके घर से आग की लपटें उठ रही थीं।

अग्निकांड की गंभीरता को देखते हुए मोहल्ले के लोग भी वहां पहुंचे और आग बुझाने का प्रयास किया। लगभग एक से डेढ़ घंटे की कठिन मेहनत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। हालांकि, तब तक राजेश कुमार का सारा सामान जलकर राख हो चुका था। घर में रखा करीब 20-22 हजार रुपये नगद भी आग में जल गए। इस आग की घटना से अनुमानित 2 से 3 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
राजेश कुमार इस हादसे के बाद गहरे दुख और परेशानी में हैं। उनके पास अब न तो बिस्तर है, न ही अन्य आवश्यक सामान। आग की वजह से उनके लिए यह मुश्किल वक्त है, और उन्हें अपने घर और सामान की वापसी के लिए मदद की आवश्यकता है।
स्थानीय लोग अब इस घटना के बाद कई सवाल उठा रहे हैं, जैसे कि इस इलाके में सुरक्षा उपायों की कमी, और अगर आग पर समय रहते काबू पाया जाता तो शायद यह भारी नुकसान नहीं होता। अब इलाके के लोग प्रशासन से यह उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द से जल्द इस घटना में नुकसान का मुआवजा दिया जाए, ताकि राजेश कुमार को राहत मिल सके और वह फिर से अपने जीवन की शुरुआत कर सकें।
यह हादसा इस बात की याद दिलाता है कि सुरक्षा के उपायों की सख्ती से आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और लोगों का सामान सुरक्षित रहे। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस घटना पर कितनी जल्दी कार्रवाई करता है और पीड़ित को सहायता प्रदान करता है।