इंदौर मे पतंग की डोर से युवक का गला कटा, इलाज के दौरान मौत….

बीते मंगलवार को जब चारो ओर खुशी का माहौल था आसमान मानो पतंगो से छिप सा रहा था लोग हर्ष उल्लास के साथ मकर सक्रांति मना रहे थे तभी पतंग की इसी डोर ने खुशी का ये पल गम मे बदल दिया। जहां पतंग की डोर से गला कटने की वजह से 22 वर्षीय हिमांशु सोलंकी नामक युवक की मौत हो गई।
दरअसल हिमांशु मूलत: मनावर का रहने वाला है जो की पढ़ाई करने इंदौर आया था वह इंदौर के अन्नापूर्णा इलाके मे किराये से रहता था व महु के कॉलेज मे पढ़ाई किया करता था। घटना बीते मंगलवार की जब हिमांशु अपने रिश्तेदार विनोद के साथ गैस सिलेंडर लेने निकला था तभी रास्ते मे पड़ने वाले ब्रिज से गुजरते समय पतंग की डोर हिमांशु के गले मे आकर फंस गई जिससे की उसका गला कट गया क्योकी दोनो ही लोग बाईक मे थे ऐसे मे डोर से गला इतनी रफतार से कटा की मौके पर ही हिमांशु का बहुत सारा खून बह गया जिसके बाद उसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया परंतु खून ज्यादा बह जाने के कारण इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई वही पीछे बैठे विनोद को भी ऑंख मे चोट आई।
वही पूरी घटना पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है परंतु पुलिस व्दारा दर्ज एफआईआर को लेकर परिजनो मे आक्रोश देखा गया जिसके चलते मृतक के परिजनों ने थाने मे जमकर प्रदर्शन भी किया। दरअसल पुलिस ने अपनी रिपोर्ट मे मौत की वजह सादी डोर से गला कटना दर्ज किया है जबकि परिवार का आरोप है की हिमांशु की मौत सादी डोर से नही बल्कि चाइनीज मांझे से हुई जिसकी फोटो वीडियो उनके पास थी जिसे पुलिसकर्मियो ने डिलीट करवा दी है
वही परिवार के इस आरोप को नकारते हुए पुलिस अधिकारियों का कहना है की मौत सादी डोर से हुई है न की चाइनीज मांझे से। बताते चले की बीते सालों मे चाइनीज मांझे से गले कटने, व मौत तक के काफी मामले सामने आने के बाद देश के कई शहरो मे इसके उपयोग पर प्रतिबंध लगा हुआ है।