
जबलपुर। मध्यप्रदेश के 70वें स्थापना दिवस पर शनिवार को गोलबाजार स्थित शहीद स्मारक भवन के सभागार में भव्य समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्रदेश की गौरवशाली परंपरा, विकास यात्रा और भविष्य की योजनाओं का उल्लेख किया गया, साथ ही करमा और भगोरिया जैसे पारंपरिक लोकनृत्यों ने समारोह को जीवंत बना दिया।
मुख्य अतिथि लोक निर्माण मंत्री श्री राकेश सिंह ने दीप प्रज्वलन और माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष पूजा-अर्चना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर महापौर श्री जगत बहादुर सिंह ‘अन्नू’, विधायक श्री संतोष वरकड़े, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती आशा गोंटिया, भाजपा प्रदेश कोषाध्यक्ष श्री अखिलेश जैन, भाजपा नगर अध्यक्ष श्री रत्नेश सोनकर, जिला अध्यक्ष (ग्रामीण) श्री राजकुमार पटेल, कलेक्टर राघवेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय और अपर कलेक्टर नाथूराम गोंड मंचासीन रहे।

✳️ ‘अभ्युदय मध्यप्रदेश – सर्वांगीण विकास की पहल’ थीम पर आयोजन
स्थापना दिवस के अवसर पर शहीद स्मारक प्रांगण में विभिन्न विभागों की प्रदर्शनी लगाई गई। लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, महापौर जगत बहादुर सिंह और अन्य अतिथियों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
इसमें लोक निर्माण विभाग, जनजातीय कार्य विभाग, जिला शिक्षा केंद्र, पर्यटन विकास निगम, किसान कल्याण, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन और एमएसएमई विभाग द्वारा स्टॉल लगाए गए, जिनमें प्रदेश की प्रगति और योजनाओं को प्रदर्शित किया गया।
🏗️ “बीमारू से अग्रणी बना मध्यप्रदेश” – राकेश सिंह
अपने संबोधन में लोक निर्माण मंत्री श्री राकेश सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश वह भूमि है जो भगवान परशुराम की जन्मस्थली, भगवान श्रीकृष्ण की विद्या स्थली और आदि शंकराचार्य की तपोस्थली है। उन्होंने कहा,
“कभी ‘बीमारू राज्य’ कहा जाने वाला मध्यप्रदेश आज देश के सबसे तेजी से विकसित होने वाले राज्यों में गिना जाता है। यह उपलब्धि किसी एक दिन का परिणाम नहीं, बल्कि निरंतर परिश्रम और जनसहयोग का नतीजा है।”
श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश में आज एक्सप्रेस-वे और हाईवे विकास की पहचान बन चुके हैं। “हम लोक निर्माण से लोक कल्याण के सिद्धांत पर काम कर रहे हैं,” उन्होंने कहा।
मंत्री ने सभी नागरिकों से प्रदेश के नव निर्माण की यात्रा में सक्रिय योगदान देने का आव्हान करते हुए कहा —
“ऐसा काम करें कि हर आने वाला व्यक्ति कहे — मध्यप्रदेश न केवल देश का दिल है, बल्कि विकास में भी अव्वल है।”
🏙️ “संस्कारधानी के विकास में सब दें योगदान” – महापौर अन्नू
महापौर श्री जगत बहादुर सिंह ‘अन्नू’ ने कहा कि जबलपुर सिर्फ संस्कारधानी ही नहीं, बल्कि प्रदेश के गौरव का प्रतीक भी है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1956 में बने इस राज्य को प्रकृति ने असीम संपदा दी है — दो ज्योतिर्लिंग, घने जंगल, नर्मदा जैसी पवित्र नदी और शांत वातावरण।
उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश में हुए विकास कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश आज कई राष्ट्रीय योजनाओं में पहले स्थान पर है।
महापौर ने जबलपुर के लिए लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह के योगदान की सराहना करते हुए कहा —
“शहर को प्रदेश का सबसे बड़ा फ्लाईओवर, देश की दूसरी सबसे बड़ी रिंग रोड, और एयरपोर्ट-रेलवे विस्तार जैसी ऐतिहासिक सौगातें मिली हैं।”
उन्होंने वीरांगना रानी दुर्गावती को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके बलिदान और एकता के संदेश को हर नागरिक को याद रखना चाहिए।
🌊 नर्मदा तट विकास पर रविवार को होगा प्रजेंटेशन
कार्यक्रम में मंत्री राकेश सिंह ने घोषणा की कि गौरीघाट स्थित माँ नर्मदा तट को सुंदर और भव्य स्वरूप देने की योजना तैयार की गई है।
“अयोध्या के सरयू तट की तर्ज पर विकसित होने वाले ये घाट, माँ नर्मदा के किनारे बनने वाले देश के पहले भव्य घाट होंगे,”
उन्होंने बताया कि इस कार्ययोजना का रविवार को मीडिया के समक्ष प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया जाएगा।
🎭 सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बाँधा समां
समारोह में स्कूली बच्चों ने प्रदेश की लोक संस्कृति पर आधारित आकर्षक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
- सत्यप्रकाश पब्लिक स्कूल के छात्रों ने करमा नृत्य से मन मोह लिया।
- सेंट थॉमस स्कूल के बच्चों ने भगोरिया नृत्य प्रस्तुत किया।
- माउंट लिट्रा स्कूल ने चार युगों पर आधारित समूह नृत्य किया।
- वहीं, पश्चिम मध्य रेलवे के स्काउट्स एवं गाइड्स ने “स्वच्छ रेल – स्वच्छ भारत” पर नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया।
सभी प्रतिभागियों को कार्यक्रम के अंत में महापौर श्री जगत बहादुर सिंह अन्नू एवं अन्य अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
📸 संक्षेप में
- अवसर: मध्यप्रदेश स्थापना दिवस का 70वां समारोह
- मुख्य अतिथि: राकेश सिंह, लोक निर्माण मंत्री
- स्थान: शहीद स्मारक भवन, गोलबाजार, जबलपुर
- मुख्य आकर्षण: प्रदर्शनी, करमा और भगोरिया नृत्य, नर्मदा तट विकास की घोषणा
- थीम: “अभ्युदय मध्यप्रदेश – सर्वांगीण विकास की पहल”
(रिपोर्ट: बाज मीडिया, जबलपुर)



