सिमी के आखरी अध्यक्ष, डॉक्टर और लेखक डॉ. शाहिद बद्र फलाही का इंतेकाल

मशहूर आलिमे दीन, यूनानी डॉक्टर, समाज सेवी और प्रतिबंधित संगठन सिमी की आखरी अध्यक्ष डॉ शाहिद बद्र फलाही का सनिचर की दोपहर लम्बी बीमारी के बाद इंतेकाल हो गया। जिन्हें रात 10.30 बजे उनके आबाई गांव मंचोभा में सुपुर्देखाक किया जाएगा।
गौरतलब है कि साल 2001 में स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी सरकार ने स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) पर प्रतिबंध लगाया था। तब डॉ शाहिद बद्र फलाही सिमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अध्यक्ष थे। जिसके बाद लम्बे समय तक जेल में रहे। लम्बी कानूनी लड़ाई के बाद अदालत ने उन्हें बरी किया। जिसके बाद वे आजमगढ़ के गरीब इलाकों में स्वास्थ्य और तालीम के क्षेत्र में काम कर रहे थे।

डॉ शाहिद ब्रद फलाही जाने माने इस्लामी लेखक भी थे, उन्होंने कई किताबे लिखीं जो देश में काफी मकबूल हुई।
बताया जाता है कि डॉ. शाहिद बीते कुछ समय से बीमार थे। जुमे के दिन उनकी तबियत और बिगड़ गई। वहीं सनीचर की दोपहर उन्होंने आखरी सांस ली। जिन्हें आज रात १०.३० बजे उनके आबाई गांव मिनचोभा में सुपुर्दे खाक किया जाएगा।

डॉ. शाहिद बद्र फलाही ने जमीअतुल फलाह से आलिमयात की डिग्री हासिल की थी। जिसके बाद उन्होंने अलीगढ विश्वविद्यालय बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसन एंड सर्जरी (बीयूएमएस) की तालीम हासिल की।
