
बाज मीडिया, गोहलपुर डिविजन, जबलपुर —। मोमिन ईदगाह गोहलपरु में जो कुछ हुआ, उसने पूरे मुस्लिम समाज को झकझोर कर रख दिया है। दो दिन बाद भी हालात पूरी तरह सामान्य नहीं हुए हैं।
सोमवार को हुए प्रशासनिक कार्रवाई और हंगामे में घायल हुए पार्षद गुलाम हुसैन अब भी जिला अस्पताल विक्टोरिया में भर्ती हैं। डॉक्टरों के अनुसार, उन्हें कमर में गंभीर चोटें आई हैं, जिसके चलते दो-तीन दिन के पूर्ण विश्राम की सलाह दी गई है। गौरतलब है ईदगाह पर हो रहे कब्जे के खिलाफ अंसार समाज के सरदार हाजी हकीम बाबा के नेतृत्व में चल रहे प्रदर्शन के दौरान पुलिस के बल प्रयोग में पार्षद गुलाम हुसैन की कमर में चोटें आईं थीं. जिसके बाद उन्हें विक्टोरिया में मुलाहिजे के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
गुलाम हुसैन की तबियत जानने कई राजनैतिक और सामाजिक नेता अस्पताल पहुंचे। वरिष्ठ कांग्रेस नेता कदीर सोनी, अल्पसंख्यक विभाग के नगर अध्यक्ष अशरफ मंसूरी, पार्षद गुड्डू नवी, महबूब अंसारी, टीपू उस्मानी, तौसीफ सोनी, अज़हर सोनी सहित बड़ी संख्या में लोगों ने अस्पताल पहुंचकर उनका हालचाल जाना और शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
चार थानों की पुलिस मौजूदगी में हुआ था हंगामा
गौरतलब है कि सोमवार को गोहलपुर स्थित मोमिन ईदगाह में तब हंगामा मच गया था जब प्रशासन ने वक्फ बोर्ड के आदेश पर करीब 90 साल पुरानी “अंसार समाज कमेटी” से नई कमेटी को चार्ज सौंपा।
इस दौरान मोमिन अंसारी समाज के सरदार हकीम बाबा के नेतृत्व में अंसार समाज के सदस्य और प्रशासन आमने-सामने आ गए। स्थिति बिगड़ने पर गोहलपुर, हनुमानताल, अधारताल, कोतवाली और ओमती थानों की पुलिस को तैनात करना पड़ा।
इस दौरान मचे हंगामे में पार्षद गुलाम हुसैन को कमर में चोट लगी थी, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया।
पुलिस ने ईदगाह का ताला तोड़कर नई कमेटी को चार्ज सौंप दिया और सरदार हकीम बाबा, चार पार्षदों, दो पूर्व पार्षदों सहित कुल 18 लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारों में याकूब अंसारी, पार्षद – ‘वकील अंसारी, शफीक हीरा, गुलाम हुसैन’, पूर्व पार्षद शफीक हिना, अदनान अंसारी, रशीद हिना आदि शामिल थे। जिन्हें मंगलवार को रिहा कर दिया गया.
प्रशासन का पक्ष …
एसडीएम पंकज मिश्रा ने बताया कि —
“पुरानी कमेटी का कार्यकाल समाप्त हो चुका था। वक्फ बोर्ड और प्रशासन दोनों की ओर से नई कमेटी को चार्ज देने के आदेश जारी थे। पुरानी कमेटी द्वारा पालन न करने पर कानूनी कार्रवाई करते हुए नई कमेटी को विधिवत प्रभार दिलाया गया है।”
क्षेत्र में अब भी सख्त निगरानी
घटना के बाद से मोमिन ईदगाह और आसपास के इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात है।
फिलहाल ईदगाह परिसर में शांति है, लेकिन समाज में अभी भी गहमागहमी और चर्चा का माहौल बना हुआ है। क्योंकी सब जान रहे हैं ईदगाह की लड़ाई खत्म नहीं हुई है, बस अगली स्टेज पर चली गई है.



