
जबलपुर। कोतवाली थाना क्षेत्र की पंजाब बैंक कॉलोनी में शुक्रवार शाम हुए चाकूबाजी के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। पड़ोस में रहने वाले चार युवकों द्वारा 19 वर्षीय अंशु भार्गव पर किए गए इस हमले ने न सिर्फ मोहल्ले को दहला दिया, बल्कि दिनदहाड़े हुई वारदात ने सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
टहलते समय घेरकर किया हमला
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अंशु भार्गव रोज की तरह शुक्रवार शाम घर के बाहर टहल रहा था। तभी पड़ोस में रहने वाले चार युवक—हर्ष दुबे, दीपक मिश्रा, आर्यन दुबे और शिवम कोरी—अचानक वहाँ पहुँचे और अंशु को घेर लिया। देखते ही देखते चारों ने चाकुओं से लगातार हमला करना शुरू कर दिया। हमला इतना अचानक और तेज था कि अंशु खुद को बचाने का कोई प्रयास भी नहीं कर सका।
लोगों की दौड़, खून से लथपथ अंशु को उठाया
अचानक चाकूबाजी होते देख घरों से लोग बाहर निकल आए। परिजनों ने भी चीख सुनकर दौड़ लगाई। खून से लथपथ अंशु को उठाकर तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया। लेकिन उसकी हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। मेडिकल में कई घंटे तक चले इलाज के बाद अंशु ने दम तोड़ दिया।
पुरानी रंजिश बताई जा रही वजह
पुलिस को दिए बयान में अंशु के परिजनों ने बताया कि उसका हमलावरों से कुछ समय से विवाद चल रहा था। कुछ दिन पहले भी दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हुई थी। परिवार का आरोप है कि उसी झगड़े को लेकर आरोपियों ने अंशु के खिलाफ बदला लेने की योजना बनाई और मौका मिलते ही उस पर हमला कर दिया।
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत
घटना की खबर फैलते ही पंजाब बैंक कॉलोनी में दहशत का माहौल बन गया। लोगों ने पुलिस की गश्त और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए। आसपास रहने वालों का कहना है कि मोहल्ले में कई दिनों से कुछ युवक गुंडागर्दी कर रहे थे, लेकिन शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
पुलिस ने दर्ज किया हत्या का प्रकरण, आरोपियों की तलाश जारी
वारदात की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुँची और सभी चार युवकों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने आरोपियों की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश देना शुरू कर दी है। थाना प्रभारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।
पोस्टमार्टम के बाद परिजनों में आक्रोश
अंशु का पोस्टमार्टम रात में ही कराया गया। परिजनों और मोहल्ले के लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस यदि पहले शिकायतों पर गंभीरता दिखाती तो यह हादसा टल सकता था। लोगों ने मांग की है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए।
दिनदहाड़े हुई इस वारदात ने एक बार फिर शहर में आपराधिक गतिविधियों पर नियंत्रण को लेकर सवाल खड़ा कर दिया है। पुलिस पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही है।



