इरफान ने बचाई आनंद नगर के निगम परिवार की जान

जबलपुर। आज इरफान, शहादत, निजाम और फिरोज की बहादुरी से आनंद नगर में रहने वाले डॉ. जीएल निगम और रेनू निगम की जान और घर दोनों महफूज रहे। इनकी हिम्मत ने शातिर अपराधियों की लूट को नाकाम किया। डॉ. जीएल निगम के परिवार और घर को बचाया। पुलिस को शातिर अपराधी सौंपे, जिससे दूसरे शहरवासी ऐसे खौफनाक घटना से बच गये।
आज आनंद नगर की घटना तमाचा है, उन चंद साम्प्रदायिक लोगों के लिये जो आनंद नगर और आस पास की हिन्दू मुस्लिम एकता और मोहब्बत की फिजा को कैराना और कश्मीर आदि से जोड़कर तोड़ने और शहर का माहौल खराब करने की बार बार नाकाम कोशिश करते हैं।
वहीं यह खबर सुखद है, उन सभी शहरवासियों के लिये जो संस्कारधानी जबलपुर के संस्कारों पर गौरव करते हैं। हिन्दू मुस्लिम एकता भाईचारे के ताने बाने में यकीन करते हैं। नफरत के दौर में मोहब्बत की शमा को अपने लहू से जलाए रखने का हौसला रखते हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार जबलपुर के अधारताल थाना क्षेत्र के आनंद नगर में 74 साल के डॉ. जीएन निगम अपनी पत्नी रेनू निगम के साथ रहते हैं। उनके बेटे विदेश में रहते हैं। बुजुर्ग दंपत्ति को निशाना बनाकर आज बुधवार की सुबह 9 बजे 4 लूटरे उनके घर में घुसे। श्रीमति रेनू निगम का मूहं और गला दबाकर जान से मारने का प्रयास किया। रेनू निगम की चीखने की आवाज पड़ोस में रहने वाले इरफान को सुनाई दी।
इरफान बिना कुछ सोचे फौरन पड़ोसियों की मदद के लिये दौड़े। इरफान के साथ शहादत, निजाम और फिरोज भी डॉ. निगम के घर पहुंचे। चारों ने अपनी जान पर खेलकर चारों आरोपियों को दबोच लिया। आरोपियों को तब तक अपनी गिरफ्त में रखा जब तक पुलिस नहीं पहुंची। अधारताल पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया और आगे की जांच शुरु की।
आज डॉ. जीएल निगम और पत्नी रेनू निगम रोते हुये कहते नजर आ रहे हैं। अगर हमारे पड़ोसी न होते तो वो जिंदा न होते। अगर इरफान, शहादत, निजाम और फिरोज न होते तो वो जिंदा न होते।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अधारताल थाना अंतर्गत आनंद नगर क्षेत्र में बुधवार की सुबह डॉ निगम दंपति घर में एक महिला सहित चार लुटेरे घुसे थे। लुटेरों को घर के अंदर घुसे होने की भनक लगते ही डॉ. निगम ने शोर मचा दिया। इसके बाद पड़ोसियों ने काफी मशक्कत के बाद उन्हें पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। पूरा घटनाक्रम सुबह 9 से 10.00 बजे के बीच का बताया जा रहा है। अधारताल पुलिस थाने के अनुसार आनंद नगर निवासी द्वारा आज सुबह लगभग 9.30 बजे आनंद नगर क्षेत्र में लूट का प्रयास करने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंच कर एक महिला को मिलाकर कुल चार आरोपियों को पड़कर थाने लाया गया। पूछताछ पर आरोपी महिला ने अपना नाम रजनी प्रजापति बताया है।

गला दबाकर हत्या का प्रयास!
इस मामले में क्षेत्रीय निवासी इरफ़ान ने बताया कि उनके क्षेत्र में डॉक्टर जीएल निगम एवं उनकी पत्नी रेनू निगम रहते हैं। आज बुधवार को सुबह लगभग 9 बजे के वक्त उनके घर से चीखने पुकारने की आवाज सुनाई दी गई। आवाज सुनते ही क्षेत्र के चार से पांच लोगों ने डॉक्टर दंपति के घर जाकर देखा तो तीन युवक एवं एक महिला उनके घर में लूट के इरादे से घुसे हुए थे। क्षेत्रीय निवासी इरफान के मुताबिक उन लोगों ने जैसे ही लुटेरों को पकड़ने का प्रयास किया तो वे बाजू वाले दुबे के घर में जा कूदे। उसके बाद उन्होंने चारों तरफ से घेराबंदी करते हुए चारों लुटेरों को पकड़ लिया। पीड़ित रेनू निगम ने बताया कि घर में घुसे युवकों ने पहले उसे ड्राइंग रूम में ले गए और तकिए से मुंह दबाया फिर गला दबाने लगे। जब वे अचेत हो गई तो छोड़ दिया। संभवतः उन्होंने मरा समझ लिया होगा। इस दौरान डाक्टर निगम दूसरे कमरे में क्लीनिक जाने के लिए तैयार हो रहे थे। जैसे ही वे बाहर आए लुटेरे भागने लगे। इसी दौरान उन्होंने ने भी शोर मचा दिया। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि जब वह डॉक्टर दंपत्ति के घर में पहुंचे तब आरोपी महिला डॉक्टर का गला दबाते हुए उनकी चेन खींच रहे थे।

घर में काम करती थी आरोपी महिला
पूछताछ में यह बात सामने आई है कि आरोपी महिला विगत 10 से 15 साल पहले डॉक्टर दंपति के यहां घर का काम करती थी। जो जम्मू कश्मीर निवासी बताई जा रही है। पुलिस द्वारा बताया गया कि डॉक्टर दंपति घर में अकेले रहते थे। वही उनके बेटे विदेश में रहते हैं। इसी के चलते आरोपी महिला ने डॉक्टर दंपति के घर लूट करने का प्लान बनाया था। बहरहाल पुलिस अन्य तीन आरोपी युवकों को पकड़ कर पूछताछ कर रही है।