जबलपुर: हज के तरीके से लेकर फ्लाईट चैक इन चैक आउट तक की दी गई जानकारी

जबलपुर से इस बार बड़ी तादाद आजमीन ए हज मक्का के लिये रवाना हो रहे हैं।
जिनमें 97 फीसद ऐसे हैं जो पहली बार हज यात्रा पर जा रहे हैं। हज के दौरान उन्हें किसी तरह की तकलीफ का सामना न करना पड़े सभी अरकान अच्छी तरह से अदा हो सकें। इसके लिये मोमिन ईद गाह ट्रस्ट द्वारा हज तरबियती कैंप का आयोजन किया गया। जहां हज के अरकान, तरीके और मसाईल से लेकर अंतर्राष्ट्रीय कानून, फ्लाईट चैक इन चैक आउट तक अलग अलग विषयों पर हज पर जा रहे हाजियों को तरबियत दी गई। लैपटॉप प्रोजेक्टर के जरिये लाईव प्रेजेन्टेशन दी गई, तो सभी हाजियों को हज की मुकम्मल जानकारियों वाली बुकलेट आदि भी मुहैया कराई गई।

मोमिन ईद गाह गोहलपुर द्वारा दो दिवसीय हज तरबियती कैंप का समापन इतवार दोपहर 3 बजे हुआ। शुनिवार सुबह 9 बजे से शुरु हुये इस कैंप में जबलपुर और आसपास से इस साल हज पर जाने वाले करीब 140 हजयात्री शामिल हुये।

दो दिन चलने वाले इस कैंप का आगाज सनिचर को सुबह 09 बजे हाफिज मो. ताहिर साहब की तिलावते कुरआन से हुआ। जिसके बाद हाफिज महमूदुल हसन साहब ने हज और उमराह के फजाईल बयान किये। जिसके बाद हाजी खुर्शीद अनवर साहब ने सफर हज की तैयार और उमराह के तरीके पर तफ्सील से बयान फरमाया।
दूसरे दिन इतवार को कैंप का आगाज सुबह 09 बजे हुआ, जो दोपहर 3 बजे तक चला।
दूसरे दिन के आगाज में हाजी अब्दुल माजिद रहमानी साहब ने हज का तरीका पर प्रैक्टिकल प्रेजेंटेशन दी। जिनके बाद जिसके बाद जियारते मदीना के आदाब अजीजुर्ररहमान साहब बताए। फिर आपके सवाल और मुफ्ती साहब के जवाब सेशन हुआ। जिसके बाद नमाजे जोहर दुआ व तुआम के साथ दो दिनी कैंप का इख्तिताम हुआ।

कैंप के समापन समारोह के दौरान हाजी मुईन खान सहित प्रमुख समाज प्रतिनिधियों का स्वागत डॉ शकील अंसारी द्वारा किया गया। कैंप के सफल संचालन में इंजीनियर मोहम्मद नसीम और शाहिद अहमद का विशेष योगदान रहा।