मदरसा फिरदौसिया में जलसा ए सीरतुन्नबी (सल्ल), उलेमाए किराम ने कहा बुजुर्गाने दीन से वाबस्ता रहें
जश्ने ईद मिलाद उन नबी के मौके पर मदरसा फिरदौसिया, छोटी मदार टेकरी में आयोजित सालाना जलसे में उलेमाए किराम ने आवाम से अल्लाह और उसके रसूल के बताए रास्ते पर चलने की अपील की और कहा दुनिया और आखरत की कामयाबी का वाहिद रास्ता यही है कि हम बुजुर्गाने दीन से वाबस्ता रहें, अपनी जिंदगी के हर फैसले आका ए दो जहां हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्ल की सुन्नत और सीरत के मुताबिक करें.
जलसे की सरपरस्ती हजरत मौलाना रमजान अली साहब ने की, जबकि हजरत कारी मुईन साहब ने इस जलसे की सदारत फरमाई।
जलसे के दौरान 16 से ज्यादा तालिब-ए-इल्म बच्चों को, जिन्होंने कुरआन का नाजरा मुकम्मल किया, तोहफे और सर्टिफिकेट से नवाजा गया। हजरत मौलाना रमजान अली साहब ने सीरत ए मुस्तफा सल्लल्लाहु अलेहि व सल्लम पर एक तकरीर पेश की। हजरत कारी मुईन साहब ने मुल्क और मिल्लत की फलाह और कामयाबी की दुआ फरमाई.
मदरसे के बच्चों ने जलसे में प्रोग्राम पेश किए, जिनमें हम्द, नात, तकरीर, इस्लामिक क्विज शामिल थे। इन कार्यक्रमों को उपस्थित उलमा ए किराम और क्षेत्रीय जनों ने बहुत सराहा।
जलसे में मदरसा फिरदौसिया के उस्ताद हजरत गुलाम अली साहब की मदरसे और समाज के लिये की गई खिदमत को सराहा गया।
हाफिज दस्तगीर साहब और हाफिज फैज़ साहब मेहमान-ए-खास रहे, जबकि जफर खान, रशीद खान, आरिफ मंसूरी, और तौहीद खान ने जलसे की कामयाबी में महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया।