GIO ने आयोजित किया रमजान एक्सपो एंड हया डे प्रोग्राम।

जमाते इस्लामी हिंद की गर्ल्स विंग gio द्वारा गोहलपुर स्थित उर्दू स्कूल में रमजान एक्सपो एंड हया डे प्रोग्राम आयोजित किया गया जिसमें संगठन की कार्यकर्ताओं ने रमजान से जुड़ी जानकारियों इस्लामिक शिक्षा पर आधारित मॉडल प्रदर्शनी व समाज में बढ़ती बेहयाई के जवाब में हया डे कार्यक्रम रखा जिसके माध्यम से संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा समाज की कम उम्र बच्चियों व छात्राओं तक इस्लाम की शिक्षा व पर्दे की अहमियत आदि के पैगाम को आम करने का प्रयास किया गया।

इस प्रोग्राम में संगठन की कार्यक्रमओ द्वारा रमजान एक्सपो प्रोग्राम के तहत इस्तकबाल ए
रमजान, रमजान की अहमियत, रमजान में निकाली जाने वाली जकात का सही तरीका, रोज़ा रखने के सही तरीके, व रमजान से जुड़ी जानकारियों को मॉडल के माध्यम से प्रोग्राम में शिरकत करने वाली महिलाओं तक पहुंचने की कोशिश की गई। Gio की तैय्यबा फिरदौस ने कहा कि रमज़ान नेकियों भलाइयों का मौसमे बहार है। रमज़ान इबाद का महीना है इसमें शैतान को क़ैद कर लिया जाता है। लेकिन हमारे मुआसरे में रमज़ान का एहतराम साल दर साल कमजोर होता चला जा रहा है। तैय्यबा ने आगे कहा कि रमजान खाने पीने,ईद की शॉपिंग,गपशप में बर्बाद करने का महीना नहीं है बल्कि अपने रब से रिश्ता मज़बूत करने,इबादत करने और अपने चरित्र निर्माण और नैतिकता को बढ़ाने का महीना है।

वही एक मॉडल के माध्यम से इस्लाम में जकात की अहमियत को प्रदर्शित किया गया। मॉडल को तैयार करने वाली जिओ कार्यकर्ताओं ने मॉडल के माध्यम से बताया की इस्लाम में ज़कात क्यों निकाली जाती है। मॉडल के माध्यम से जकात को एक ऐसे सिस्टम के तौर पर दर्शाया गया। जिसे अगर पूरी ईमानदारी से लागू कर दिया जाए तो ग़रीबी व बेरोजगारी पूरी तरह से दूर की जा सकती है।

वही समाज में बढ़ती बेहयाई के जवाब में हया डे प्रोग्राम के तहत इस्लाम में हाय और शर्म की अहमियत बताई गई साथ ही इस्लाम में पर्दे की अहमियत का जिक्र करते हुए gio ने यह पैगाम दिया कि हया और शर्म इस्लाम का अभिन्न अंग है। संगठन की मुबस्सरा व रिम्शा ने बताया कि अगर किसी औरत या मर्द में हया व शर्म ना हो तो वह इस्लाम में नहीं रह सकता, इसलिए नई नस्ल व खास तौर पर कौम की नौजवान लड़कियां को चाहिए कि वो अपनी सोच में और अपने कर्म में हया और शर्म को पैदा करते हुए बेहयाई और बुरी बातों से दूरी बनाए, अगर यह मुमकिन हो गया तो इससे एक आदर्श समाज की स्थापना का रास्ता हमवार हो सकेगा।
वहीं कार्यक्रम के सफल बनाने में gio की सभी कार्यकर्ताओं का योगदान रहा।
