
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में शुक्रवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब श्याम सुंदर अग्रवाल कॉलेज, सिहोरा के करीब 150 से 200 छात्र-छात्राएं अचानक विश्वविद्यालय पहुंचे और परीक्षा परिणाम में गड़बड़ियों को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
छात्रों का आरोप था कि बी.ए. प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय वर्ष की मुख्य परीक्षा में उन्हें सप्लीमेंट्री आई थी, जिसके बाद उन्होंने पुनः परीक्षा दी। हाल ही में आए रिजल्ट में फिर से उन्हें 1, 2 या 3 अंकों से सप्लीमेंट्री दे दी गई है। इतना ही नहीं, कई छात्र जो परीक्षा में उपस्थित थे, उन्हें अनुपस्थित (Absent) दिखाया गया है। कुछ विद्यार्थियों को तो पिछले साल का ही रिजल्ट दोबारा दे दिया गया है, जबकि कुछ को केवल 1 अंक दिए गए हैं।
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जब विश्वविद्यालय में कोई जिम्मेदार अधिकारी से मिलने के लिए छात्रों को काफी देर इंतजार करना पड़ा, तो वे नाराज होकर सीधे कुलसचिव कार्यालय में घुस गए और वहां जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। छात्रों की बढ़ती नाराजगी को देखते हुए प्रभारी कुलसचिव डॉ. सुरेंद्र सिंह और परीक्षा नियंत्रक मौके पर पहुंचे और छात्रों से बातचीत की।
विरोध कर रहे छात्रों का नेतृत्व कर रहे एनएसयूआई के अचलनाथ ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह पूरी तरह परीक्षा परिणाम में लापरवाही और प्रशासन की विफलता है। उन्होंने बताया कि कई छात्रों का भविष्य इस गड़बड़ी की वजह से अधर में लटक गया है।
प्रदर्शनकारी छात्रों ने कुलगुरु के नाम एक ज्ञापन सौंपा है जिसमें चेतावनी दी गई है कि यदि एक सप्ताह के भीतर परीक्षा परिणामों में सुधार नहीं किया गया तो वे हज़ारों छात्रों के साथ मिलकर उग्र आंदोलन करेंगे। इसके परिणामस्वरूप उत्पन्न होने वाली स्थिति की पूरी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।