
Iran Attack Israel: ईरान ने मंगलवार रात इजराइल पर एक के बाद एक 180 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। ईरान ने कहा कि यह हमला हिज़्बुल्लाह और हमास के लीडर्स की हत्या के जवाब में किया गया। हमले के बाद इजराइल में अलार्म बजने लगे और लोग बम शेल्टरों की ओर भागने लगे। यरुशलम और तेल अवीव में धमाकों की आवाजें सुनी गईं। बताया जा रहा है ईरानी मिसाइल की रफ़्तार इतनी तेज़ थी की आयरन डॉम ज़्यादा तर मिसाइल नहीं रोक सके.
ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) ने इस हमले को हिज़्बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह और हमास नेता इस्माइल हानियेह की हत्या का बदला बताया।
IRGC के अनुसार, उन्होंने तेल अवीव में तीन सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। ईरान ने चेतावनी दी कि यदि इस्राइल ने पलटवार किया, तो जवाब और अधिक कठोर होगा।

ईरानी मीडिया का दावा है कि 80% मिसाइलें अपने लक्ष्य तक पहुंच गईं. जबकि इस्राइली सेना का दावा है कि कई मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर लिया गया। इस्राइली प्रवक्ता हागारी ने कहा कि इस हमले के गंभीर परिणाम होंगे और सेना समय पर जवाब देगी।
हमास ने ईरान के हमले का स्वागत किया
हमास ने इस्राइल पर ईरान के मिसाइल हमले को “बहादुर फैसला” करार दिया है और क्षेत्र के लोगों और सरकारों से इस्राइल का मुकाबला करने के लिए एकजुट होने की अपील की है।

हमास ने अपने बयान में कहा, “हम इस सम्मानजनक ईरानी प्रतिक्रिया का स्वागत करते हैं। यह ज़ायोनी दुश्मन और उसकी फासीवादी सरकार को एक मजबूत संदेश है, जो उनके आतंकवाद को रोकने और नियंत्रित करने में मदद करेगा।”

इराकी ग्रुप की चेतावनी
एक इराकी समूह ने चेतावनी दी है कि अगर अमेरिका ने ईरान पर हमला करने के लिए इस्राइल का साथ दिया, तो इराक में अमेरिकी ठिकानों को निशाना बनाया जाएगा।
टेलीग्राम पर जारी एक बयान में इराकी संगठनों के की समन्वय समिति ने संयुक्त बयान में कहा कि अगर अमेरिका ईरान पर जवाबी हमला करने के लिए इराकी हवाई क्षेत्र का उपयोग करता है, तो यह ठिकाने भी निशाने पर होंगे।
संयुक्त राष्ट्र की अपील
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने मध्य पूर्व में बढ़ते संघर्ष पर चिंता जताते हुए तुरंत युद्धविराम की मांग की। गुटेरेस ने कहा, “क्षेत्र में बढ़ते युद्ध को रोकने की सख्त आवश्यकता है।”
इस्राइल का दावा
इस्राइली सेना के प्रवक्ता डेनियल हागारी ने बताया कि इस हमले में कोई गंभीर हताहत नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि इस्राइल की हवाई सीमा में अब कोई खतरा नहीं है और लोग सुरक्षित हैं। इस्राइल के आपातकालीन सेवाओं के अनुसार, तेल अवीव में कम से कम दो लोगों को हल्की चोटें आईं, जो शेल के टुकड़ों से लगीं।
एक फिलिस्तीनी की मौत
वहीं, फिलिस्तीन की समाचार एजेंसी वाफा ने बताया कि पश्चिमी किनारे के जेरिको में एक 38 वर्षीय फिलिस्तीनी व्यक्ति की शेल के टुकड़े लगने से मौत हो गई। जेरिको के गवर्नर हुसैन हामयेल ने बताया कि यह फिलिस्तीनी मजदूर गाज़ा पट्टी का रहने वाला था।