
बाज मीडिया, नया मोहल्ला डिविजन, जबलपुर — मदन महल पहाड़ी पर वाक़े हज़रत पीराने पीर की दरगाह शरीफ़ में कल जुमेरात के दिन ग्यारहवीं शरीफ का आख़री उर्स मेला पूरे अकीदत, मोहब्बत और रूहानियत के साथ मनाया जा रहा है। सुबह से ही दरगाह शरीफ़ पर जायरीन का तांता लगा हुआ है। दूर-दराज़ इलाक़ों से भी लोग हाजिरी देने, चादर पेश करने और नज़र-ओ-नियाज़ अदा करने पहुंच रहे हैं।
मेले का पूरा एहतेमाम मुतवल्ली सैयद क़ादिर अली कादरी की क़यादत में किया जा रहा है। इस मौके पर सज्जादानशीन सूफ़ी मुबारक कादरी, निज़ाम कादरी, आफ़ताब कादरी, सलामत कादरी, असगर कादरी, जवाहर कादरी, शराफत कादरी, अफ़ज़ल कादरी, आशु कादरी और दूसरे खादिम हज़रात परंपरानुसार चादर शरीफ़ पेश करेंगे और दुआ करेंगे।
दरगाह शरीफ़ को खूबसूरत अंदाज़ में सजाया गया है — चारों तरफ़ कृत्रिम फूल, हरी-पतियों और रंगीन लाइटों से पूरा इलाका रौशन है। रात में दरगाह की रौनक देखने लायक होगी।
सूफ़ी संत सम्मेलन में अमन और मोहब्बत का पैग़ाम
सज्जादानशीन इनायत कादरी ने बताया कि नमाज़-ए-जुहर के बाद जल्सागाह में सूफ़ी संत सम्मेलन होगा, जिसमें शहर और आसपास की दरगाहों से मशहूर सूफ़ी बुज़ुर्ग और आलिम हज़रात शिरकत करेंगे। इस मौके पर अमन, मोहब्बत और इंसानियत के पैग़ाम को आम करने की अपील की जाएगी।



