हिजबुल्लाह के जवाबी हमले जारी: नईम कासिम ने कहा ‘हम एशिया में इंसाफ’ कायम करने के लिये लड़ रहे हैं
हिज़्बुल्लाह ने “बहादुर योद्धाओं की जंग मिशन” (Battle of Mighty Warriors Mission) के तहत इजरायल के ठिकानों पर लगातार हमले जारी रखे हैं। हिज़्बुल्लाह के मिलिट्री मीडिया ने बुधवार को बयान जारी कर बताया कि संगठन के लड़ाकों ने मंगलवार और बुधवार को अब तक 17 हमले किए हैं, जिनमें रॉकेट और ड्रोन हमलों के जरिए इजरायली ठिकानों को निशाना बनाया गया है। वहीं लेबनान बार्डर पर हिजबुल्लाह आर्मी इजरायली फौजों से आमने सामने की जंग लड़ रही हैं, जहां अभी तक इजरायल को लेबनान बार्डर में एंट्री में कामयाबी नहीं मिली है.
हिज़्बुल्लाह के नए महासचिव शेख नाइम कासिम ने कहा है, “यह लड़ाई सिर्फ एक सीमा संघर्ष नहीं है, बल्कि फिलिस्तीनी लोगों की आजादी के लिए, लेबनान की बका के लिए, और मध्य पूर्व में इंसाफ की स्थापना के लिए संघर्ष है।“
संगठन ने एक बयान में कहा, “ये हमले हमारे गाज़ा पट्टी में मौजूद फिलिस्तीनी भाईयों के साथ खड़े रहने और उनके साहसी प्रतिरोध का समर्थन करने के लिए हैं। इसके साथ ही यह लेबनान और उसकी जनता की हिफाजत के लिए भी है।”
रात से लेकर दिन तक हमलों की सिलसिला जारी
मंगलवार देर रात हमलों की शुरुआत ठीक 12:05 AM पर हुई, जब हिज़्बुल्लाह के लड़ाकों ने इजरायली बस्ती ‘अयलेट हाशाहर’ पर रॉकेटों का सिलसिला बरसाया। दो मिनट बाद, 12:07 AM पर, ‘शाअल’, ‘हत्जोर’ और ‘डाल्टन’ बस्तियों को निशाना बनाया गया, जो कि पिछले सप्ताह दिए गए चेतावनी का हिस्सा था।
तीसरी वारदात के अनुसार, 12:07 AM पर ही इजरायली एयरल मॉनिटरिंग यूनिट मिरोन बेस पर मिसाइलों की बरसात की गई। इसके बाद बुधवार सुबह 9:30 AM पर, प्रतिरोध के लड़ाकों ने इजरायल के कब्जे वाले शहर सफेद को निशाना बनाते हुए बड़े पैमाने पर मिसाइल दागे।
फिर बाद में, 10.05 AM पर क्रायोट, जो कि हाइफा के उत्तर में है, को रॉकेट हमले से हिला दिया गया। इसके बाद पर नाहरिया बस्ती को भी भारी हमले का सामना करना पड़ा।
मिलिट्री बेस निशाने पर
हिज़्बुल्लाह के मिलिट्री मीडिया के आठवें बयान में बताया गया कि मंगलार रात 8:30 PM पर इजरायली सेना के एक समूह को मेनारा बस्ती में ड्रोन के जरिए निशाना बनाया गया, जिसमें सभी निशानों पर सटीक हमला किया गया। इसके बाद एक और ड्रोन हमले में इजरायली सेना की एक और टोली को यिफतह बस्ती में निशाना बनाया गया, जिसे पूरी सटीकता के साथ अंजाम दिया गया।
हिज़्बुल्लाह ने मिरोन बेस पर लगातार हमले जारी रखे। ‘यसूद हामा’ला’ बस्ती पर रॉकेट दागे गए, इसके बाद ‘नेटुआ’, ‘जरित’ और ‘एवेन मेनचेम’ बस्तियों पर रविवार रात ड्रोन से हमले किए गए। किडमात त्ज़वी बस्ती पर मिसाइलें दागने का सटीक हमला किया, और इसके तुरंत बाद ‘अयलेट हाशाहर’ को भी एक बार फिर निशाना बनाया। मिरोन बेस को भी इस समय लगातार तीसरी बार निशाना बनाया गया, जिससे इजरायल की हवाई गतिविधियों में ठहराव आ गया है।
इंसाफ की स्थापना के लिए संघर्ष
हिज़्बुल्लाह के नए महासचिव शेख नाइम कासिम ने हाल ही में दिए अपने एक बयान में ऐलान किया था कि संगठन ने इजरायल के खिलाफ चल रहे इस संघर्ष को “शक्तिशाली योद्धाओं की जंग” (Battle of Mighty Warriors ) का नाम दिया है। उन्होंने यकीन दिलाया कि इस जंग के अंत में हिज़्बुल्लाह कामयाब होकर उभरेगा।
कासिम ने कहा था यह लड़ाई सिर्फ एक सीमा संघर्ष नहीं है, बल्कि फिलिस्तीनी लोगों की आजादी के लिए, लेबनान की बका के लिए, और मध्य पूर्व में इंसाफ की स्थापना के लिए संघर्ष है।