शहर मे बढ़ती चाकूबाजी की घटनाओ पर नकेल कसने जबलपुर एसपी का बड़ा निर्णय…अब चाकूबाजी की तो बनेगा हत्या के प्रयास का मामला….

शहर मे चाकूबाजी की घटनाएं मानो आम हो चली है। अगर बीते कुछ महीनो की बात की जाए तो शायद की संस्कारधानी मे कोई ऐसा एक दिन रहा हो जब चाकूबाजी की घटना सामने ना आई हो । बीते नवंबर माह मे ही शहर के थानो मे 30 से अधिक चाकूबाजी के मामले दर्ज किए गए थे। इस आकड़े के हिसाब से भी प्रत्येक दिन औसतन एक चाकूबाजी का मामला दर्ज हुआ है। शहर मे चाकूबाजी की घटनाओ की बढ़ती संख्या के बाद आम जन मे भी इसको लेकर चिंता देखी गई। लोगो का कहना है की अपराधियो मे पुलिस का खौफ मानो खत्म सा हो चला है। यही वजह है की आए दिन चाकूबाजी की घटनॉंए सामने आ रही है। जिसमे अब तक कई लोग अपनी जान तक गवा चुके है। बीते दिनो हनुमानताल थाना अंतर्गत तेड़ी नीम इलाके मे हुआ रौशन अली हत्याकांड भी इसका एक ताजा उदाहरण है जिसमे देखा गया था की अपराधियो के हौसले इतने बुलंद थे की उन्होने थोड़ी सी कहा सुनी मे रौशन की हत्या करदी और उसकी बीवी पर घर मे घुसकर हमला तक किया।
ऐसी घटनाओ के सामने आने के बाद से पुलिस प्रशासन पर निरंतर सवाल उठना प्रांरभ हो गए थे । पर अब जिले के पुलिस कप्तान संपत उपाध्याय ने ऐसी घटनाओ पर लगाम कसने के उद्देश्य से एक बड़ा कदम उठाया है। जिसके अंतर्गत जिले के सभी थानो को निर्देशित किया गया है। की यदि अब चाकूबाजी की घटनाए सामने आती है तो अपराधी पर सीधे भारतीय न्याय सहिंता की धारा 109 (पूर्व मे 307) के तहत हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर कार्यवाही की जाए। एसपी के इस आदेश के बाद थाना प्रभारियो ने भी निर्देश को अमल मे लेते हुए चाकूबाजी की घटनाओ पर गंभीर धारा मे मामला बनाने की कार्यवाही शुरु कर दी है ।
हल्की धारा मे मामला दर्ज होना का अपराधी उठाते थे फायदा पर अब नही कर सकेंगे ऐसा ……
पहले चाकूबाजी की घटनाओ पर हल्की धाराओ मे मामला दर्ज होता था इस वजह से अपराधी कानूनी दावं पेंच का फायदा उठाकर छूट जाते थे। पर अब ऐसा नही होगा क्यो की हत्या के प्रयास जैसी गंभीर धारा मे मामला दर्ज होने पर अपराधी आसानी से बाहर नही आ सकेंगे। न्यायलय भी ऐसे मामलो पर सख्ती के साथ निर्णय लेता है लिहाजा अपराधियो को अब चाकूबाजी की घटना पर लंबा समय जेल मे ही रहना पड़ सकता है। यही वजह है की माना जा रहा है की अब अपराधियो मे भी इसको लेकर खौफ बढे़गा।
पुलिस कप्तान के इस कदम के बाद अपराध मे कमी के आसार….
जबलपुर एसपी संपत उपाध्याय के इस फैसला की चारो ओर सराहना की जा रही है। शहरवासियो ने इसे अपराध रोकने की द्रष्टि से अच्छा कदम बताया है। साथ ही अब इस बात के कयास लगाए जा रहे है की शायद अपराधियो मे अब अपराध को लेकर खौफ पैदा होगा और चाकूबाजी की घटनाओ मे कमी देखने मिलेगी।