हम संविधान की रक्षा कर रहे, और प्रधानमंत्री को देश तोड़ने वाली लगती हैं मेरी बात : राहुल गांधी
रांची : कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को झारखंड के सिमडेगा में विधानसभा चुनाव प्रचार की शुरुआत की और इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भा.ज.पा. (BJP) पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने भाजपा सरकार और आरएसएस की विचारधारा की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी बातें प्रधानमंत्री मोदी को “देश तोड़ने वाली” लगती हैं, जबकि असल में वे और उनके सहयोगी संविधान की रक्षा कर रहे हैं। राहुल ने दावा किया कि भाजपा और आरएसएस संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि इंडिया गठबंधन इसे बचाने का काम कर रहा है।
संविधान की रक्षा और आदिवासियों के अधिकारों की बात
राहुल गांधी ने संविधान की अहमियत पर जोर देते हुए कहा, “संविधान सिर्फ एक किताब नहीं है, यह हमारे महापुरुषों की सोच का प्रतीक है। यह आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों और गरीबों की रक्षा करता है।” उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे संविधान की जगह अपनी “संकीर्ण विचारधारा” को थोपने की कोशिश कर रहे हैं।
आदिवासियों के अधिकारों की वकालत करते हुए राहुल गांधी ने भाजपा और उसके समर्थकों की आलोचना की, जो आदिवासियों को “वनवासी” कहते हैं। उन्होंने कहा, “आदिवासी देश के पहले निवासी हैं और उनका जल, जंगल और जमीन पर हक है। भाजपा चाहती है कि आदिवासियों को शिक्षा न मिले, उनके बच्चे डॉक्टर-इंजीनियर न बनें।”
प्रधानमंत्री पर पक्षपात का आरोप
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी और उनके करीबी उद्योगपतियों अडाणी और अंबानी के बारे में भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार गरीबों की बजाय बड़े उद्योगपतियों के पक्ष में काम कर रही है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, “देश की 90 फीसदी आबादी जिसमें आदिवासी, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक हैं, उन वर्गों के लोग बड़ी कंपनियों के मैनेजमेंट में नहीं होते।” राहुल गांधी ने यह भी कहा कि अगर आदिवासी अफसर देश की सरकार में होते, तो देश के बजट में उनका प्रभाव अधिक होता।
बीजेपी और आरएसएस की नफरत की राजनीति
राहुल गांधी ने बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा पर हमला करते हुए कहा कि उनकी “नफरत की राजनीति” ने मणिपुर में हिंसा को बढ़ावा दिया है। उन्होंने अपने भारत जोड़ो यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा, “हम नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान चलाएंगे और देश में एकता और भाईचारे को कायम करेंगे।”
कांग्रेस की चुनावी गारंटियां
राहुल गांधी ने कांग्रेस के चुनावी वादों का भी जिक्र किया और कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो एससी-एसटी का आरक्षण बढ़ाया जाएगा, हर व्यक्ति को 15 लाख रुपये तक का बीमा मिलेगा, और हर महीने 7 किलो राशन दिया जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने यह वादा किया कि कांग्रेस की सरकार हर जिले में स्कूल और कॉलेज बनाएगी और 1 मिलियन युवाओं को रोजगार प्रदान करेगी।
राहुल गांधी ने आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों और गरीबों के हक की रक्षा करने का वादा करते हुए भाजपा के खिलाफ अपने दृष्टिकोण को स्पष्ट किया और यह कहा कि कांग्रेस ही भारत के संविधान और समाज के कमजोर वर्गों के अधिकारों की रक्षा कर सकती है।
निष्कर्ष
राहुल गांधी का यह बयान झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की रणनीति को उजागर करता है, जिसमें वे संविधान की रक्षा, आदिवासियों और गरीबों के हक की वकालत कर रहे हैं। उनका मुख्य निशाना भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों को आलोचना करना है, जबकि उन्होंने अपनी पार्टी के वादों और एकता की राजनीति को प्रमुखता दी है।