जबलपुर में कोरोना की वापसी! 80 साल के बुजुर्ग में मिला नया खतरनाक वेरिएंट – पूरे शहर में अलर्ट

जबलपुर में कोरोना | इंदौर और भोपाल के बाद अब जबलपुर में भी कोरोना वायरस का नया वेरिएंट दस्तक दे चुका है। जिले में एक 80 वर्षीय बुजुर्ग की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिनमें कोरोना के नए वेरिएंट की पुष्टि हुई है। संक्रमित वृद्ध को नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।
डॉक्टरों की निगरानी में मरीज, परिवार की भी जांच
बुजुर्ग को कोविड संक्रमण के लक्षणों के साथ अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां जांच के बाद उनमें नए वेरिएंट की पहचान की गई। रिपोर्ट आने के बाद मरीज को तुरंत आइसोलेट कर दिया गया है और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उनकी निगरानी कर रही है। स्वास्थ्य विभाग ने मरीज के परिवारजनों की भी जांच शुरू कर दी है ताकि किसी और को संक्रमण न फैले।
CMO की अपील: “सतर्क रहें, कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें”
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) संजय मिश्रा ने जिलेवासियों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें। उन्होंने बताया कि संभावित संक्रमण को रोकने के लिए निगरानी और स्क्रीनिंग तेज कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना के लक्षणों को पहचानने और शुरुआती इलाज के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है।
प्रदेश में बढ़ रही है कोरोना मरीजों की संख्या
मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण फिर से पैर पसार रहा है। जबलपुर राज्य का तीसरा बड़ा जिला बन गया है जहां नए मामले सामने आए हैं। इंदौर में सर्वाधिक मरीज हैं, जहां कुल संक्रमितों की संख्या 55 पार कर चुकी है। केवल एक दिन में 9 नए मामले सामने आए हैं। भोपाल और जबलपुर में भी लगातार केस दर्ज किए जा रहे हैं।
जबलपुर की तैयारी: अस्पतालों में संसाधनों की भरपूर व्यवस्था
पिछली लहरों में जबलपुर के स्वास्थ्य सिस्टम पर भारी दबाव देखा गया था, लेकिन इस बार हालात अलग हैं। प्रशासन ने पूर्व अनुभवों से सबक लेते हुए अस्पतालों की क्षमता को दोगुना कर दिया है।
बेड की संख्या में बड़ा इजाफा:
- मेडिकल कॉलेज के नए भवन में 500 अतिरिक्त बेड
- पल्मोनरी मेडिसिन एक्सीलेंस स्कूल अस्पताल में 180 बेड
- निजी अस्पतालों के माध्यम से 250 बेड का विस्तार
ऑक्सीजन सप्लाई में आत्मनिर्भरता:
- शिशु रोग अस्पताल में 10 किलोलीटर लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट
- सुपरस्पेशलिटी और पल्मोनरी अस्पताल में भी 10-10 किलोलीटर के प्लांट
- स्टेट कैंसर संस्थान में 1,500 लीटर पीएस सेप्रेटर प्लांट
- जिला अस्पताल में 500 और 550 किलोलीटर के दो प्लांट
- 5 निजी अस्पतालों में भी ऑक्सीजन प्लांट स्थापित
मेडिकल कॉलेज का अधुनिकीकरण:
- 180 करोड़ रुपये से हुए इंफ्रास्ट्रक्चर विस्तार
- 11 अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर
- 3 ICU और 3 HDU वार्ड
- सुपरस्पेशलिटी और पल्मोनरी अस्पतालों में नवीनतम सुविधाएं
क्या करें, क्या न करें: कोविड प्रोटोकॉल की याद दिलाता प्रशासन
करें:
✔️ मास्क पहनें
✔️ हाथों को बार-बार धोएं
✔️ सार्वजनिक स्थानों पर दूरी बनाए रखें
✔️ लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं
न करें:
❌ लक्षणों को नजरअंदाज न करें
❌ अफवाहों पर विश्वास न करें
❌ भीड़भाड़ वाले इलाकों में बिना वजह न जाएं