Jabalpur

जबलपुर में हाजी अनवार के पैगाम की मुसलमानों में चर्चा

खुशियों का त्योहार ईद बस आने वाला है। बाजारों में खरीदारी जोर शोर से जारी है। हर तरफ रौनक है, खुशहाली है। ईद की खरीदारी जारी है। इसी बीच मुस्लिम समाज में एक चर्चा आम हुई कि ईद की खरीददारी किससे करें।

दराअसल सोशल मीडिया पर एक वीडिया पैगाम आम हो रहा है। जो चार खम्बा क्षेत्र के बेकरी कारोबारी हाजी मोहम्मद अनवार का है। इस वीडियो में हाजी अनवार ने लोगों से भावुक अपील की है। जिसके बाद अब पूरे समाज में चर्चा आम है कि ईद की खरीदादारी किससे करें।

रखा रह जा रहा गरीबों का सामान

हाजी अनवार का कहना है कि आनलाईन, मॉल और शोरूम से खरीदादारी करने के बढ़ते ट्रेंड में छोटे छोटे दुकानदारों और सड़क किनारे सामान बेचने वालों का माल रखा रह जाता है। महंगा किराये पर दुकान लेकर यह लोग इस उम्मीद में दुकान लगाते हैं कि हमारा कोई भाई आएगा और हमसे सामान खरीदेगा। लेकिन लोग ऑनलाईन या शोरूम को तरजीह देते हैं जिससे इनका माल रखा रह जाता है।

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(चार खम्बा निवासी हाजी मोहम्मद अनवार ने जारी किया वीडियो पैगाम)

हाजी अनवार कहते हैं, ईद के मौके पर हमारे क्षेत्रों में सभी धर्म के छोटे छोटे दुकानदार और गरीब इस उम्मीद पर दुकान लगाने आते हैं कि, हम उनसे सामान खरीदेंगे। इससे उनका कर्ज अदा होगा, उनकी आमदनी होगी, उनके बाल बच्चों की तालीम का इंतेजाम होगा। लेकिन आज बड़े पैमाने पर ऑनलाईन और शो-रूम कल्चर के चक्कर में यह गरीब मायूस लौट रहे हैं। 

माएं बहने लगाती हैं दुकान…

हाजी अनवार ने बताया मीना बाजार में माएं, बहने, बच्चे जिनके घरों के हालात खराब हैं, वो भी बड़ी संख्या में दुकान लगाते हैं। शहर के ग्रामीण क्षेत्रों और दूसरे हिस्से के छोटे छोटे कारोबारी यहां आते हैं। लेकिन घर के सामने बिकने वाली चीजे को भी अब लोग आनलाईन मंगवाने लगे हैं। चप्पल, साबुन खरीदने भी शापिंग माल जाने लगे हैं। जिससे इन गरीबों की बिक्री प्रभावित हो रही है।

जमीन वालों पर रहम करो…

हाजी अनवार अपने वीडियो पैगाम में आगे कहते हैं कि अल्लाह के रसूल सल्ल. की हदीस है कि तुम जमीन वालों पर रहम करो आसमान वाला तुम पर रहम करेगा। हमारी जिम्मेदारी है कि हम गरीबों को, छोटी दुकान वालों को तरजीह दें। यह नेकी भी है और हमारी जिम्मेदारी भी है।


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