
लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस ने 2024 के दौरान अपने वार्षिक रिपोर्ट में महत्वपूर्ण आंकड़े साझा किए हैं, जिसमें पिछले सात वर्षों में की गई पुलिस कार्यवाही का विवरण प्रस्तुत किया गया। इस रिपोर्ट के अनुसार, यूपी पुलिस ने सात सालों में 217 अपराधियों को मुठभेड़ में मार गिराया। इसी वर्ष, यूपी और पंजाब पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में तीन खालिस्तानी आतंकियों को भी मुठभेड़ में ढेर किया गया।
इसके अतिरिक्त, गैंगस्टर एक्ट के तहत पुलिस ने माफिया और अन्य अपराधियों की 140 अरब रुपये से ज्यादा की संपत्ति जब्त की। पुलिस ने 7546 अपराधियों को सजा दिलाई और 17 पुलिसकर्मियों की जान भी चली गई, जबकि 1644 पुलिसकर्मी घायल हुए।
2024 के आंकड़ों के मुताबिक, 20 मार्च 2017 से 28 दिसंबर 2024 तक यूपी पुलिस ने 217 अपराधियों को मुठभेड़ में मार गिराया। साथ ही, 7799 बदमाशों को पैर में गोली मारकर गिरफ्तार किया। रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) के तहत 924 अपराधियों पर कार्रवाई की गई।
पुलिस ने कई महत्वपूर्ण घटनाओं का भी खुलासा किया। लखनऊ के चिनहट स्थित आईओबी बैंक में हुई डकैती के दो अपराधियों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया और घटना का पर्दाफाश दो दिन के भीतर कर दिया। इसी प्रकार, सुलतानपुर जिले में सराफा कारोबारी की दुकान में डकैती डालने वाले मंगेश यादव का भी एनकाउंटर किया गया, वह एक लाख रुपये का इनामी था।
इसके अलावा, यूपी पुलिस ने 1391 चिह्नित माफिया गैंग्स के सदस्य को गिरफ्तार कर जेल भेजा। महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए एंटी रोमियो टीम ने 18,926 आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की। पुलिस ने 212 अवैध टैक्सी स्टैण्ड को भी हटाया।
वर्ष 2024 में यूपी पुलिस की कानून-व्यवस्था के क्षेत्र में कड़ी मेहनत रही, जिसमें अयोध्या राम मंदिर में श्रीरामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था की सराहना की गई। इसके अलावा, टी-20 क्रिकेट मैच जैसे बड़े आयोजनों में पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था ने भी प्रशंसा बटोरी। बहराइच और संभल में हिंसा भड़कने पर पुलिस ने तत्परता से हस्तक्षेप किया और हालात को काबू किया।
यूपी पुलिस के इन उपलब्धियों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस बल की प्रशंसा की और कहा कि प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था में सुधार हुआ है।