CricketNationalNewsSports

Cricket Baz : पाकिस्तानी क्रिकेटर बाबर आजम ने पाक सेना पर निकाली भड़ास : बोले, ‘आतंकियों को पनाह देना बंद करो’

नई दिल्ली। भारत में पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। इसी कड़ी में भारत ने पाकिस्तान के कई चर्चित सेलीब्रिटीज के सोशल मीडिया अकाउंट्स को बैन करना शुरू कर दिया है। क्रिकेटर शाहिद अफरीदी, बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान जैसे बड़े नामों के इंस्टाग्राम अकाउंट भारत में बैन कर दिए गए हैं।

इस घटनाक्रम के बाद पाकिस्तान के मौजूदा कप्तान बाबर आजम ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने पाकिस्तानी सेना पर जमकर गुस्सा निकाला और देश की कथित “गंदी राजनीति” को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया।

बाबर आजम ने क्या कहा?

बाबर आजम ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में लिखा:

विज्ञापन

“एक क्रिकेटर के रूप में मैं हमेशा भारत में खेलने के लिए उत्साहित रहता हूं और मैंने उसे अपना दूसरा घर माना है। लेकिन अफसोस की बात है कि अब मेरा इंस्टाग्राम अकाउंट भारत में बैन कर दिया गया है।

पहलगाम हमले में क्रिकेटर्स का कोई हाथ नहीं है। हम सिर्फ खेल से जुड़े हैं।

पाकिस्तानी सेना की गंदी पॉलिटिक्स के कारण आम लोग परेशान हो रहे हैं। आतंकियों को पनाह देना बंद करो। मैं नाम नहीं लूंगा, लेकिन सब जानते हैं कि असली पावर किसके पास है और कौन किसे सपोर्ट कर रहा है।

पाकिस्तान जिंदाबाद।”

बैन के पीछे क्या वजह हो सकती है?

सूत्रों के अनुसार, भारत सरकार ने यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा और सोशल मीडिया पर आतंकी विचारधारा के संभावित प्रचार को रोकने के मकसद से उठाया है। सरकारी एजेंसियों का मानना है कि कुछ सेलीब्रिटीज के अकाउंट्स का दुरुपयोग पाकिस्तान की छवि सुधारने या भारतीय नीतियों के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैलाने के लिए किया जा सकता है।

बाबर की परेशानी क्या है?

बाबर आजम का इंस्टाग्राम अकाउंट भारत में काफी लोकप्रिय है। उनके आधे से ज्यादा फॉलोवर्स भारतीय यूजर्स हैं। अकाउंट बैन होने से उनके पोस्ट्स की इंगेजमेंट में भारी गिरावट आई है।

क्रिकेट के मोर्चे पर भी बाबर का समय अच्छा नहीं चल रहा। हाल ही में संपन्न चैंपियंस ट्रॉफी में उनका प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था। इस कारण वे सोशल मीडिया पर पहले ही आलोचनाओं का शिकार हो रहे थे।

क्या यह बैन स्थायी है?

फिलहाल इस पर सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है कि यह बैन स्थायी है या अस्थायी। लेकिन माना जा रहा है कि पाकिस्तान की तरफ से किसी ठोस कार्रवाई या जवाबदेही के बिना यह प्रतिबंध हटाना मुश्किल होगा।

Back to top button

You cannot copy content of this page