
16 जून 2025, तेहरान/तेल अवीव – ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने सोमवार तड़के इजरायल के कब्जे वाले कई फिलिस्तीनी शहरों पर 100 से अधिक हाइपरसोनिक मिसाइलों से हमला किया। इजरायली मीडिया ने इन हमलों को “घातक” करार देते हुए बताया कि इनमें कम से कम 4 लोगों की मौत हो गई और 90 से अधिक लोग घायल हुए हैं। ईरान ने इस ऑपरेशन को “ट्रू प्रॉमिस III” नाम दिया है, जिसे IRGC ने अब तक का सबसे शक्तिशाली और विनाशकारी हमला बताया।
हाइफा और तेल अवीव में भारी नुकसान
इजरायली मीडिया के अनुसार, हाइफा शहर में मिसाइलों का एक बड़ा जखीरा गिरा, जिसने शहर की मुख्य बिजली संयंत्र को निशाना बनाया। इस हमले से बिजली संयंत्र में आग लग गई, जिससे शहर में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। हाइफा के निवासियों ने सोशल मीडिया पर धुएं के गुबार और तबाही की तस्वीरें साझा कीं, जो इस हमले की तीव्रता को दर्शाती हैं।

तेल अवीव भी इस हमले से अछूता नहीं रहा। इजरायली रिपोर्ट्स के अनुसार, तेल अवीव में 8 महत्वपूर्ण इमारतें सीधे मिसाइलों की चपेट में आईं, जिसमें 25 लोग हताहत हुए। इनमें रणनीतिक इमारतें शामिल थीं, जिन्हें ईरान ने जानबूझकर निशाना बनाया। स्थानीय निवासियों ने बताया कि शहर में सायरन की आवाजें गूंज रही थीं और लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश में भाग रहे थे।
IRGC का बयान: “जायनवादी शासन का अंत निकट”
IRGC ने अपने बयान में कहा कि इस ऑपरेशन में नई और अभिनव रणनीतियों का इस्तेमाल किया गया, जिसने इजरायल की बहुस्तरीय रक्षा प्रणालियों को पूरी तरह से विफल कर दिया। IRGC ने दावा किया कि इजरायल की अपनी ही वायु रक्षा प्रणालियां आपस में टकरा गईं, जिससे उनकी रक्षा व्यवस्था और भी कमजोर हो गई।
IRGC के बयान में कहा गया, “यह ऑपरेशन शहीद बघेरी, सलामी, हाजीज़ादेह और IRGC एयरोस्पेस फोर्स के अन्य शहीदों द्वारा विकसित खुफिया और उपकरण क्षमताओं का परिणाम है। अमेरिका और पश्चिमी देशों के समर्थन के बावजूद, जो सबसे उन्नत रक्षा तकनीकों से लैस हैं, हमारी मिसाइलों ने अधिकतम प्रभाव के साथ अपने लक्ष्यों को भेदा।”
IRGC ने चेतावनी दी कि “इस अपराधी शासन के समर्थकों को पता होना चाहिए कि इस अवैध शासन के महत्वपूर्ण लक्ष्यों के खिलाफ प्रभावी, लक्षित और तेजी से विनाशकारी ऑपरेशन तब तक जारी रहेंगे, जब तक इसका पूर्ण विनाश नहीं हो जाता।”
ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III: नई रणनीति, घातक परिणाम
IRGC ने इस ऑपरेशन को “ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III” का हिस्सा बताया, जो उनके पिछले हमलों से कहीं अधिक सटीक और विनाशकारी है। ईरान ने रविवार को भी इजरायल पर मिसाइलों और ड्रोनों का एक नया बैराज लॉन्च किया था, जिसे इजरायल की ओर से इस्लामिक गणराज्य पर जारी आक्रामकता का जवाब बताया गया।
IRGC ने कहा, “शहीद बघेरी, सलामी और हाजीज़ादेह ने बार-बार कहा था कि ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III और भविष्य के ऑपरेशन पहले से कहीं अधिक विनाशकारी होंगे। आज हम उनके सच्चे वादों को पूरा होते देख रहे हैं।”
इजरायल की प्रतिक्रिया
इजरायली सेना ने इन हमलों की पुष्टि करते हुए कहा कि वे अपने रक्षा तंत्र को और मजबूत कर रहे हैं। हालांकि, इजरायली मीडिया ने स्वीकार किया कि ईरान की नई हाइपरसोनिक मिसाइलों ने उनकी रक्षा प्रणालियों को भेदने में सफलता हासिल की। इजरायल के प्रधानमंत्री ने आपातकालीन बैठक बुलाई है, और देश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
भारत में प्रतिक्रिया
भारत में, खासकर हिंदी-उर्दू बोलने वाले मुस्लिम समुदाय में, इन हमलों ने व्यापक चर्चा छेड़ दी है। कई लोग इसे फिलिस्तीन के समर्थन में एक बड़े कदम के रूप में देख रहे हैं, जबकि कुछ लोग क्षेत्र में बढ़ते तनाव को लेकर चिंतित हैं। सोशल मीडिया पर #IranStrikes और #FreePalestine जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
वैश्विक परिदृश्य
संयुक्त राष्ट्र ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है, लेकिन ईरान ने स्पष्ट किया कि वह इजरायल की “आक्रामकता” का जवाब देना जारी रखेगा। अमेरिका ने इजरायल के समर्थन में अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है, लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि ईरान की नई मिसाइल तकनीक ने पश्चिमी रक्षा प्रणालियों के लिए एक नई चुनौती पेश की है।