
जबलपुर। उत्तरी सर्द हवाओं ने प्रदेश के मौसम में ठंडक भर दी है। इन सर्द हवाओं के कारण तापमान में गिरावट आई है, और जबलपुर में लोग ठंड से कंपकंपाते हुए नजर आ रहे हैं। इन हवाओं ने मौसम को और भी सर्द बना दिया है, जिससे दिनभर शीतलता का अहसास हो रहा है।
स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में मौसम साफ होने के बाद तापमान में गिरावट शुरू हो गई है। इन सर्द हवाओं का प्रभाव साफ तौर पर महसूस किया जा रहा है, और शहर का न्यूनतम तापमान पिछले 24 घंटों में 6.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यह सामान्य से 5 डिग्री कम है। जबकि अधिकतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य स्तर पर था।
वहीं, उत्तर भारत में पड़ रहे कोहरे के कारण उत्तरी दिशा से आने वाली यात्री ट्रेनों के संचालन पर असर पड़ा है। कोहरे की घनी चादर के कारण ट्रेनें घंटों विलंब से चल रही हैं, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह स्थिति खासकर दिल्ली और अन्य उत्तर भारतीय राज्यों से आने-जाने वाली ट्रेनों में देखने को मिल रही है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, अगले 24 घंटों में मौसम शुष्क रहेगा और किसी तरह की बारिश की संभावना नहीं है। हवा में नमी का स्तर भी उल्लेखनीय था, जहां सुबह के समय नमी 70 प्रतिशत थी, जो शाम होते-होते 54 प्रतिशत तक घट गई। हवा की गति भी धीमी रही, जो 3 से 4 किलोमीटर प्रति घंटा के बीच मापी गई।
इस दौरान सूर्योदय सुबह 6:43 बजे और सूर्यास्त शाम 5:27 बजे हुआ, जो दिन के उजाले के घंटे को कम करता है और ठंड को और बढ़ाता है। इसके अलावा, उत्तरी-पूर्वी हवाएं चलने से शीतलता और बढ़ गई है। इन हवाओं का असर दिनभर महसूस किया गया, और तापमान में गिरावट की प्रक्रिया जारी है।
यदि तुलना करें, तो पिछले साल की तुलना में आज का तापमान थोड़ी अधिक ठंडक का संकेत देता है। 2023 में आज का अधिकतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12.2 डिग्री सेल्सियस था। इस साल की ठंडक अधिक तेज़ महसूस हो रही है।
प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी सर्दी का प्रभाव साफ देखा जा रहा है। शहडोल जिले में प्रदेश का सबसे कम तापमान 3.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि यहां के लोगों के लिए चिंता का कारण है।
मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट हो सकती है, और ठंड का प्रभाव बढ़ने की संभावना है। लोग खासकर सुबह और शाम के समय अधिक सावधानी बरतें, क्योंकि शीतल हवाएं और घना कोहरा वातावरण को और भी ठंडा बना सकता है।