
रायपुर, 04 जनवरी 2025: बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को हिरासत में लिया है। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर, रितेश चंद्राकर और दिनेश चंद्राकर शामिल हैं। ये तीनों आरोपी आपस में सगे भाई बताए जा रहे हैं। पुलिस ने इन आरोपियों को पूछताछ के लिए थाने ले लिया है और मामले में तफ्तीश तेज कर दी है। पुलिस ने बताया कि आज दोपहर तक ताजा जानकारी साझा करने की बात कही है।
मुकेश चंद्राकर हत्याकांड : कांग्रेस-भाजपा आमने-सामने
पत्रकार मुकेश की हत्या ने प्रदेश में सियासी माहौल गरमा दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए इस घटना को बेहद दुर्भाग्यजनक करार दिया। उन्होंने सरकार से दोषियों पर त्वरित कार्रवाई की अपील की और पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने और नौकरी देने की भी मांग की।
वहीं, भाजपा ने कांग्रेस पर हमला तेज कर दिया है। भाजपा ने मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर की प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के साथ तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की हैं और आरोप लगाया है कि सुरेश चंद्राकर कांग्रेस पार्टी का सदस्य और एससी मोर्चा का प्रदेश सचिव है। भाजपा ने दावा किया कि कांग्रेस अपराधियों को संरक्षण दे रही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस का ऐलान करते हुए कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की भूमिका पर बड़ा खुलासा किया जाएगा।
पत्रकारों का धरना और शांति मार्च
मुकेश चंद्राकर की हत्या के विरोध में रायपुर प्रेस क्लब के बाहर आज दोपहर एक बजे से पत्रकारों का धरना शुरू होगा। इसके बाद पत्रकारों का एक शांति मार्च राजभवन तक निकाला जाएगा। इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में पत्रकारों के शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है। पत्रकारों का यह विरोध प्रदर्शन इस हत्याकांड को लेकर न्याय की मांग के रूप में देखा जा रहा है।
गृह मंत्री का बयान
गृह मंत्री और उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मामले की हर पहलू से गहनता से जांच की जा रही है और दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।
इस मामले को लेकर पूरे प्रदेश में आक्रोश है और लोगों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पत्रकारों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा को लेकर भी आवाजें उठने लगी हैं, ताकि ऐसे मामलों में जल्द से जल्द न्याय सुनिश्चित किया जा सके।