
जबलपुर – जबलपुर में इन दिनों कड़ाके की सर्दी का प्रकोप है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। घने कोहरे और ओस की बूंदों के बीच चलने वाली बर्फीली हवाओं ने ठिठुरन को और बढ़ा दिया है। तापमान में लगातार गिरावट देखी जा रही है। पिछले चार दिनों से शहर में शीतलहर का प्रकोप बना हुआ है, जिससे लोग गर्म कपड़ों और अलाव के सहारे ठंड से बचने की कोशिश कर रहे हैं।
पारा गिरा, शीतलहर बनी चुनौती
रविवार को इस सीजन का सबसे कम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक गिरा था, जबकि पिछले दो दिनों से तापमान 5 डिग्री सेल्सियस के आसपास स्थिर बना हुआ है। शहर के बाहरी इलाकों जैसे खमरिया और कजरवारा में तापमान और भी गिरकर 3 से 4 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। ठंडी हवाओं के कारण दिन और रात दोनों ही वक्त सर्दी का अहसास हो रहा है। दिन के दौरान भी लोग ठंडी हवाओं से ठिठुरने को मजबूर हो रहे हैं।
स्कूली बच्चों की परेशानी
कड़ाके की ठंड से शहर में जनजीवन प्रभावित हो रहा है, खासकर बच्चों के लिए यह समय बेहद मुश्किलों भरा हो गया है। सुबह के समय सड़कें जल्दी सूनी हो जाती हैं और दिन भी देर से शुरू होता है। स्कूल जाने वाले बच्चों को सर्दी से बचने के लिए खासा संघर्ष करना पड़ रहा है। अधिकांश स्कूल सुबह 8 या 8.30 बजे शुरू होते हैं, जबकि जिला प्रशासन ने सुबह 9 बजे से पहले स्कूलों के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसे में अब स्कूलों में अवकाश घोषित करने की मांग उठ रही है। घने कोहरे और सर्दी के कारण मिडिल और प्राइमरी स्कूलों के अलावा किड्स जोन प्ले नर्सरी स्कूलों में भी अवकाश की मांग की जा रही है।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी
देश के उत्तरी हिस्सों में हो रहे हिमपात के कारण उत्तर दिशा से बर्फीली हवाएं 3 से 4 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं। इन ठंडी हवाओं के कारण सिहरन महसूस हो रही है और तापमान में गिरावट आ रही है। पिछले 24 घंटों में शहर का अधिकतम तापमान 25.01 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 5 डिग्री कम था। हवा में नमी का स्तर प्रातः 77 प्रतिशत और सायं 51 प्रतिशत था। प्रदेश में सबसे कम तापमान पचमढ़ी में 1.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों तक मौसम शुष्क रहेगा।
पिछले वर्ष की तुलना
गत वर्ष 17 दिसंबर को शहर में अधिकतम तापमान 23.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 10.05 डिग्री सेल्सियस था, जो इस साल से ज्यादा गर्म था।