जबलपुर में मातम में बदली शादीः पानी भरने गये 05 बच्चों की मौत, 2 घायल

शादियों के सीजन में गर्मी की मार के बीच पानी भरने निकले 7 बच्चे दर्दनाक हादसे का शिकार हो गये। हादसे में पांच बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं 2 बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गये।

बताया जा रहा है कि चरगवां थाना अंतर्गत तिनेटा देवरी गांव में शादी समारोह के लिये ट्रैक्टर में पानी लेने के लिये धर्मेन्द्र ठाकुर नामक 18 वर्षीय युवक निकला था। उसमें कुछ बच्चे भी सवार हो गये। रास्ते में ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया और 05 की मौत हो गई। सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर निजी साधनों से घायलों को मेडिकल अस्पताल पहुंचाया। जानकारी लगने के बाद चरगवां पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा कार्रवाई कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए रवाना कर दिया है। ज़िला प्रशासन ने मरने वाले बच्चों के परिजनों को 50 हज़ार एवं घायलों को 10 हज़ार रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है।

चरगवां थाना पुलिस ने जानकारी में बताया कि चरगवां थाना अंतर्गत तिनेटा देवरी गांव में धर्मेंद्र ठाकुर की बहन की सोमवार शादी थी घर में बारात आना थी। धर्मेंद्र ठाकुर अपने साथ 12 वर्षीय अनूप बरकड़े 13 वर्षीय राजवीर ठाकुर 15 वर्षीय देवेंद्र वरकडे एवं 10 वर्षीय लकी मरकाम को ट्रैक्टर में लेकर बहन की शादी का सामान लेने के लिए घर से रवाना हुआ था वह घर से करीब 500 मीटर ट्रैक्टर लेकर पहुंच ही था कि ट्रैक्टर अनंत्रित होकर खेत में पलट गया जिसमें सवार धर्मेंद्र सहित पांच नाबालिकों की मौत हो गई। मरने वालों में धर्मेंद्र पिता राम प्रसाद ठाकुर उम्र 18 वर्ष, देवेंद्र पिता मोहन बरकड़े उम्र 15 वर्ष, राजवीर पिता लखनलाल गौंड उम्र 13 वर्ष, अनूप बरकड़े पिता गोविंद बडकडे उम्र 12 वर्ष व लकी पिता लोचन मरकाम उम्र 10 वर्ष, जबकि घायलों में दलपत पिता निरंजन गौंड उम्र 12 वर्ष व विकास पिता राम कुमार उइके उम्र 10 वर्ष शामिल हैं।
मच गई अफरा-तफरी
कुछ मिनटों में ही ट्रेक्टर पलटने की खबर गांव में फैल गई थी। जिसके बाद पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गई और लोग अपना काम धाम छोड़कर मौके पर पहुंचने लगे। खेत मेन रोड से लगा हुआ था, ऐसे में वहां से निकलने वाले राहगीर भी रुक ने लगे और रोड पर जाम की स्थिति बनने लगी। हालांकि पुलिस ने समझाइश देकर राहगीरों को वहां से रवाना कर दिया।

शौक बन गया मौत का कारण
बताया जा रहा है कि जिन बच्चों की मौत हुई है, उनका सिर्फ इतना कसूर था कि उन्हें ट्रेक्टर में बैठने का शौक था। धर्मेंद्र के ट्रेक्टर में बैठकर वे थोड़ा घूमना चाहते थे और इसलिए पानी लेने जाने लगे, लेकिन उनका यह शौक ही उनकी मौत का कारण बन गया। जिन बच्चों की मौत हो हुई है, उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।