(जबलपुर) वार्ड में दहशत: पार्षद के घर में घुसकर लगाई आग: स्कूटी खाक, कार को भी नुकसान

शहर के शहीद गुलाब सिंह वार्ड में बुधवार और गुरुवार की दरम्यानी रात एक सनसनीखेज घटना ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। अज्ञात असामाजिक तत्वों ने नगर निगम की पूर्व एमआईसी सदस्य और वर्तमान पार्षद हेमलता दिनेश सिंह सिंगरौल के घर में घुसकर उनके वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इस वारदात में एक स्कूटी पूरी तरह जलकर राख हो गई, जबकि उनके घर के बाहर खड़ी कार को भी आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है।
🔥 रात के सन्नाटे में जलती आग और भौंकते कुत्ते ने दी चेतावनी
घटना रात करीब 2:30 बजे की है। दिनेश सिंह सिंगरौल ने बताया कि जब उनका पालतू कुत्ता जोर-जोर से भौंकने लगा, तो परिवार के सदस्य नींद से जागे। बाहर निकलकर देखा तो घर के परिसर में खड़ी स्कूटी और कार जल रही थी। तत्काल उन्होंने शोर मचाया, जिससे आस-पड़ोस के लोग और किरायेदार मदद के लिए दौड़े। मिलकर आग बुझाई गई, लेकिन तब तक स्कूटी पूरी तरह से जल चुकी थी और कार को भी गंभीर नुकसान हो चुका था।
🚨 जानबूझकर की गई साजिश की आशंका
घटना के पीछे साजिश की आशंका जताते हुए पूर्व पार्षद दिनेश सिंह सिंगरौल ने गढ़ा थाना में एफआईआर दर्ज कराई है। उनका कहना है कि यह कोई सामान्य दुर्घटना नहीं है, बल्कि जानबूझकर संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और मानसिक भय पैदा करने की कोशिश है।
उन्होंने कहा, “अगर समय रहते हम बाहर न आते तो आग कार के फ्यूल टैंक तक पहुंच सकती थी, जिससे विस्फोट और जान-माल का बड़ा नुकसान हो सकता था। यह न केवल हमारे परिवार के लिए, बल्कि पूरे मोहल्ले के लिए खतरनाक संकेत है।”
📹 सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे, पुलिस सक्रिय
गढ़ा थाना पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी के अनुसार, घटनास्थल और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जल्द खुलासा करने का भरोसा दिलाया है।
🧑⚖️ पार्षद परिवार में भय और तनाव का माहौल
दिनेश सिंह सिंगरौल ने कहा कि उनके परिवार के सदस्य इस घटना के बाद से सदमे में हैं। “हमने सार्वजनिक जीवन में हमेशा सेवा की है, लेकिन इस तरह की घटनाएं हमारे हौसले को कमजोर करने की कोशिश हैं। प्रशासन को अब ऐसे तत्वों पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए ताकि दोबारा किसी के साथ ऐसी घटना न हो।”
शहर में जहां एक ओर गर्मी से जनजीवन बेहाल है, वहीं इस तरह की अराजक घटनाएं सामाजिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही हैं। क्या यह किसी राजनीतिक रंजिश की कड़ी है या किसी असामाजिक गिरोह की करतूत? पुलिस जांच के नतीजे आने बाकी हैं, लेकिन फिलहाल मोहल्ले में खौफ का माहौल बना हुआ है।